खाद्य पदार्थो में महंगाई से पब्लिक परेशान है. गेहूं आटा चावल चीनी दाल तक की कीमतों में उछाल है. अब मसालों में महंगाई की मार पडऩे से तमाम घरों का तड़का फीका हो गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।सभी व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाले मसालों की कीमतों में तेजी के साथ उछाल आया है। मसाला विक्रेता जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि सब्जी, मटन, दाल का तड़का आदि में इस्तेमाल होने वाले जीरा, मेथी, अजवाइन, राई, हल्दी पाउडर, नमक व सौंफ में काफी तेजी है। इसका प्रमुख कारण मौसम की मार, बेेमौसम बारिश, उम्मीद के मुताबिक पैदावार न होना तथा मांग अधिक होने व उसके सापेक्ष सप्लाई कम होना है। इसका सीधा असर पब्लिक की जेब पर पड़ रहा है। किचन का बजट लड़खड़ाया
मसालों की कीमतों में तेजी आने से किचन का बजट पूरी तरह से लड़खड़ा गया है। इस साल सामग्रियों में तेजी के कारण सिर्फ के कारण जेब पर भार पड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल मसालों की सामग्रियों में तेजी आई है। राप्तीनगर की निर्मला देवी का कहना है कि एक तरफ जहां सब्जियों में तेजी आई है तो दूसरी तरफ मसालों की कीमतें बढ़ गई हैं। ऐसे में जहां कई व्यंजनों में तड़का लगता था वह कम हो गया है। महंगाई पर कोई कंट्रोल नहीं है। जिसके चलते पब्लिक इसे लेकर परेशान हैं। एक साम में ऐसे बढ़ गए मसालों के भाव मसाला जून 2022 जून 2023


जीरा 340 650मेथी 120 180मोटा सौंफ 280 550राई 180 290अजवाइन 360 460हल्दी पाउडर 260 300 लाल मिर्चा 250 380नमक 24 28

हींग 150 200 नोट हींग 100 ग्राम को छोड़ सभी सामग्रियों के भाव प्रति किलो हैं। खाद्य समाग्रियों में तेजी के साथ बढ़ोत्तरी हो रही है। मसालों में महंगाई की चलते किचन का बजट बिगड़ गया है। इसका असर लोगों की जेब पर पडऩे लगा है। - उर्मिला देवी, नौसढ़ पिछले साल की तुलना में मसालों की सामाग्रियों में तेजी आई है। इससे पब्लिक को परेशान हो रही है। सरकार की चाहिए कि वह कीमतों पर नियंत्रण करें। - अनीश गुप्ता, टीपी नगर

Posted By: Inextlive