खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. बोट के लिए डेक और प्लेटफॉर्म बनाए जाने का काम भी चल रहा है. मगर इसकी रफ्तार सही मायने में वह नहीं है जो होनी चाहिए. 15 मई तक इसे बनाने के लिए कार्यदायी संस्था को टारगेट मिला था लेकिन समय बीत जाने के बाद भी काम अभी पूरा नहीं हो सका है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। रामगढ़ताल पर वॉटर स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के पास डेक बनाने का काम जारी है। ऐसे में आधी-अधूरी तैयारियों के बीच इवेंट कराने से शहर की साख पर बट्टा लग सकता है। यूपी की मेजबानी में पहली बार ऑर्गनाइज हो रहे इस इवेंट से शहर का नाम तो ऊंचा होगा ही, वहीं नेशनल लेवल पर इसके जरिए रोईंग को भी अलग पहचान मिलेगी। स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के दिशानिर्देशों के मुताबिक रोइंग कॉम्प्टीशन में 2000 मीटर व 500 मीटर के लिए मेल कैटेगरी में 8-8 और फीमेल कैटेगरी में 7-7 इवेंट होंगे। गोरखपुर के रामगढ़ताल में होने वाले इन सभी 30 इवेंट में देश के अलग-अलग 24 यूनिवर्सिटी के कुल 471 खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। साथ में कोच व सपोर्टिंग स्टाफ भी होंगे। खेल संग दिखेगा ट्रेडिशन


खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने आ रहे खिलाडिय़ों को अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करने के साथ उत्तर प्रदेश की कला-संस्कृति के दर्शन का भी मौका मिलेगा। गोरखपुर की मेजबानी में रामगढ़ताल में 27 से 31 मई तक होने वाली रोइंग कॉम्प्टीशन में शामिल होने आ रहे खिलाड़ी यूपी की खास नृत्य कलाओं व लोकगायन का आनंद भी ले सकेंगे। सीएम की मंशा के अनुरूप यूपी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विकास की बदली तस्वीर से भी खिलाड़ी रूबरू होंगे। इसी के अनुरूप अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल की देखरेख में संपूर्ण आयोजन की रूपरेखा भी तय की गई है। प्रेक्षागृह में होंगे कल्चरल इवेंटतैयार कार्ययोजना के मुताबिक खेलो इंडिया के मेजबान शहरों में कॉम्प्टीशन के साथ ही खिलाडिय़ों के लिए कल्चरल प्रोग्राम भी ऑर्गनाइज किए जाएंगे। इसमें विभिन्न विधाओं के कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। गोरखपुर में रोइंग कॉम्प्टीशन रामगढ़ताल में होगी तो उसके करीब मौजूद योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। सांस्कृतिक संध्या के आयोजन की जिम्मेदारी उप निदेशक संस्कृति, डॉ मनोज गौतम को दी गई है। लोक गायन से कथक तकडॉ। मनोज गौतम के अनुसार गोरखपुर में खेलो इंडिया के पार्टिसिपेंट्स खिलाडिय़ों के लिए अलग-अलग दिन मयूर नृत्य, राई नृत्य, धोबिया नृत्य, इंद्रासनी नृत्य, कथक नृत्य व लोकगायन के कार्यक्रम होंगे। इसके लिए कलाकारों के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। स्थानीयता का पुट देते हुए इसी तरह के सांस्कृतिक आयोजन वाराणसी, नोएडा और लखनऊ में भी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के दौरान होंगे।इन यूनिवर्सिटीज का रजिस्ट्रेशन- एलएन मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर- गुरु काशी यूनिवर्सिटी पंजाब- केआईआईटी भुवनेश्वर- महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ रहुरी महाराष्ट्र

- एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी पुणे- उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद- पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़- पीपुल्स एजुकेशन सोसायटी (पीईएस) यूनिवर्सिटी बंगलुरु- पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला- शिवाजी यूनिवर्सिटी कोल्हापुर- श्रीरामचंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च चेन्नई- सिस्टर निवेदिता यूनिवर्सिटी कोलकाता- सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी पुणे- मद्रास यूनिवर्सिटी- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली- राजेंद्र सिंह यूनिवर्सिटी प्रयागराज- कलकत्ता यूनिवर्सिटी- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी फगवाड़ा- केरला यूनिवर्सिटी- यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र ओपन यूनिवर्सिटी नासिक- भारती विद्यापीठ पुणे- खुशाल दास यूनिवर्सिटी राजस्थान- कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्रकाम कंप्लीट करने की डेडलाइन 19 तक एक्सटेंड कर दी गई है। इस दौरान कंपनी को फिनिशिंग के साथ काम कंप्लीट करना है। काम तेजी से चल रहा है, इसकी मॉनीटरिंग भी रेग्युलर की जा रही है।- आले हैदर, आरएसओ

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