Gorakhpur News : सोता रहा सिस्टम, गोरखपुर सिटी में बन गए... मौत के शॉर्टकट
गोरखपुर (ब्यूरो)।एमएमएमयूटी के गेट पर बीते रविवार को बाइक की ठोकर से घायल हुई यूनिवर्सिटी स्टूडेंट साक्षी वर्मा ने मंगलवार तड़के चार बजे मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। इससे पहले भी एमएमएमयूटी गेट पर 2 जानें जा चुकी हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने बुधवार को इन शॉर्टकट की पड़ताल की तो पैडलेगंज से टीपीनगर हाइवे, कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कॉलेज आगे तक और यूनिवर्सिटी चौराहे से कूड़ाघाट तक 47 कट मिले। ये कट अक्सर हादसे का कारण बनते हैं, लेकिन कोई भी जिम्मेदार डिपार्टमेंट और अफसर इन्हें बंद करने की जहमत नहीं उठाता। बता दें, शहर से गुजर रहे हाइवे पर खतरा ज्यादा है। यहां से वाहन तेजी से गुजरते हैं। बीच-बीच में अन्य कट से जब दोपहिया या साइकिल सवार निकलते हैं तो हादसे का शिकार हो जाते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में कहीं भी संकेतक बोर्ड और ब्रेक नहीं दिखे।
कट से अचानक मोड़ देते हैं गाड़ी
आईनेक्स्ट टीम ने बुधवार को पैडलेगंज से टीपीनगर तक सड़क का हाल देखा। इस बीच चौड़ी सड़क से होकर वाहन फर्राटा भर रहे थे। वहीं, कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कॉलेज हाइवे पर करीब दो दर्जन से अधिक कट हैं। इस मार्ग पर चलना खतरे से खाली नहीं है। इस सड़क पर कब कहां फोर व्हीलर चालक अचानक घुमा देते हैं। पीछे आने जाने वालों को पता नहीं चलता। एक फोर व्हीलर चालक ने अचानक डिवाइडर के कट से मोड़ दिया। इस दौरान एक बस चालक ने अचानक ब्रेक लगा दी। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। देवरिया हाइवे पर चौड़े-चौड़े कट कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कॉलेज होते हुए यह सड़क देवरिया तक जाती है। आगे बढऩे पर इस हाइवे पर जगह-जगह बड़े कट हैं। तेज गुजर रहे वाहनों की गति कभी तेज तो कभी धीमी होते दिखी। हाइवे पर ही आगे बढऩे पर कई स्थानों पर कट दिखे। करीब 20 से अधिक स्थानों पर कट दिखे, जहां से लोग अचानक बाइक या कार लेकर हाइवे पर चढ़ जो रहे थे। तेज गति से आ रहे वाहनों से दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। रात में तो अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्टूडेेंट्स ने किया था प्रदर्शन हादसे के बाद एमएमएमयूटी के स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया था। उन्होंने यूनिवर्सिटी मेन गेट पर एक गतिरोधक का निर्माण कराने, मौके से अतिक्रमण हटवाने, ब्रेकर बनवाने, रोड पर स्ट्रीट लाइट लगवाने, सांकेतिक बोर्ड लगवाने, ट्रैफिक बूथ बनवाने, हाइवे के कट को बंद कराने की मांग की थी। रोड पर कहां कितने कट
पैडलेगंज से टीपीनगर हाइवे पर कट 16
कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कॉलेज आगे तक कट 24 यूनिवर्सिटी चौराहे से कूड़ाघाट तक कट 07 हाइवे से सटा हुआ विश्वविद्यालय है। मुख्य मार्ग होने की वजह से वाहनों के आने जाने का सिलसिला जारी रहता है। ऐसे में हादसे की आशंका रहती है, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। सोनू खरवार, स्टूडेंटहम लोग कई बार प्रशासन से कट बंद कराने, सांकेतिक बोर्ड, स्ट्रीट लाइट, ब्रेक लगाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। हादसा होने के बाद वह कार्रवाई कर खानापूर्ति करते हैं। आशुतोष दुबे, स्टूडेंट सुबह से लेकर शाम तक मुख्य मार्ग पर वाहनों को रेला रहता है। इससे स्टूडेंट्स आने-जाने में प्रॉब्लम होती है। हादसों के बाद हर बार कंप्लेन भी की जाती है, लेकिन लेकिन हमारी कोई सुनता नहीं है। संदीप कुशवाहा, स्टूडेंट देवरिया हाइवे पर खुले कट बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही ब्रेकर और सांकेतिक बोर्ड भी लगाए जाएंगे, ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। ई। अरविंद कुमार, एक्सईएन निर्माण खंड थर्ड पीडब्ल्यूडी