अब गोरखपुराइट्स को नहीं डराएगा मानसून
-आई नेक्स्ट में छपी खबर तो टूटी नगर निगम की तंद्रा
-अभियान चलाकर शुरू किया सिटी के नालों की सफाईGORAKHPUR: अब गोरखपुराइट्स को मानसून नहीं डराएगा। इस बरसात उन्हें जल-जमाव से मुक्ति मिल जाएगी। बरसात में उन्हें घरों में कैद नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि नगर निगम ने अभियान चलाकर सिटी के चोक पड़े नालों की सफाई शुरू कर दी है। यह सब तब हुआ जब आई नेक्स्ट ने 'डराता है मानसून' नाम से कैंपेन चलाया। आई नेक्स्ट ने न्यूज के माध्यम से बताया कि कैसे मानसून की आहट से ही गोरखपुराइट्स दहशत में आ जाते हैं। किस प्रकार नगर निगम की लापरवाही से जल जमाव से निपटने की तमाम योजनाएं कागजों में दम तोड़ रही हैं। आई नेक्स्ट की खबर से नगर निगम में हड़कंप मच गया। नगर आयुक्त राजेश त्यागी ने तत्काल 10 दिन में सिटी के सभी बड़े नालों की सफाई करने और कागजों में अटकी योजनाओं को हर हाल में शुरू करने का आदेश जारी कर दिया।
शुरू हुई नालों की सफाईआई नेक्स्ट की खबर छपने के बाद नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। ऑफिसों में बैठने वाले अफसर भी अब फील्ड में नजर आने लगे। स्थिति यह हुई कि दो दिन से टुकड़ों में हो रही नालों की सफाई की जगह एक मुख्य नाले की सफाई का काम शुरू किया गया। ट्यूज्डे को वर्षो से सफाई के लिए तरस रहे रामलीला मैदान अंधियारीबाग के नालों की सफाई की गई। यहां पहले 500 मीटर लंबे नाले की सफाई के लिए नगर निगम ने 3 पोकलैंड मशीन, 50 से अधिक कर्मचारियों को काम पर लगाया था। नगर आयुक्त ने बताया कि दस दिन में सिटी के सभी बड़े नालों के साथ ही मोहल्लाें के मुख्य नालों की सफाई अभियान चलाकर किया जाएगा। बरसात के समय नाले जाम होने के कारण कहीं भी जल जमाव नहीं होगा।
प्लास्टिक हटाने पर रहेगा विशेष जोरसिटी में बरसात के पहले नालों की सफाई होती है और जैसे ही बारिश शुरू होती है, नाले जाम हो जाते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह प्लास्टिक है। नगर आयुक्त का कहना है कि जहां भी नाले पर पुलिया है वहां प्लास्टिक जमा होने लगते हैं और यह प्लास्टिक नाले में गिरकर उसे जाम कर देते हैं। ऐसे में इस बार हमारी कोशिश यह है कि बारिश में प्लास्टिक जाम का कारण न बने। इसलिए नगर निगम ने स्वास्थ्य विभाग को सख्त आदेश दिया है कि शहर में बारिश शुरू होने से पहले नालों में पड़े प्लास्टिक को एकत्रित किया जाए। अगर हम नालों से प्लास्टिक निकाल देते हैं तो बड़े नाले जाम नहीं होंगे, जिससे छोटे नालों का पानी भी तेजी से शहर से बाहर निकलेगा।
कच्चे नालों का होगा सर्वे नगर आयुक्त ने कहा कि आई नेक्स्ट के अभियान में एक बहुत ही महत्वपूर्ण बिंदु सामने आया था कच्चे नाले का। इन नालों को बहुत ही जल्द पक्का कर दिया जाएगा। निर्माण विभाग को इन नालों के सर्वे के लिए कहा गया है। 15 से 20 दिन में सर्वे का काम पूरा हो जाने के बाद इन नालों को पक्का करने की तैयारी कर ली जाएगी। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट की कवायद शुरूसिटी में प्लास्टिक का कचरा सबसे अधिक प्रॉब्लम क्रियेट करता है। शहर को प्लास्टिक कचरा से मुक्त कराने के लिए नगर निगम समय-समय पर अभियान भी चलाता रहा है। लेकिन अब प्लास्टिक से जल्द ही शहर पूरी तरह से आजाद हो जाएगा। नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम वेस्ट प्लास्टिक मैनेजमेंट की तैयारी में जुटा है। महेसरा स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास प्लास्टिक कचरे को कलेक्ट करने वाली एक कंपनी को जगह दिया गया है, जहां वो शहर से प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा कर व्यावसायिक इस्तेमाल के लायक बनाएगी। साथ ही इससे होने वाली आय का 20 प्रतिशत नगर निगम को देगी। नगर निगम और कंपनी के बीच 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस महीने के अंत तक सिटी में प्लास्टिक कूड़ा कलेक्शन का काम शुरू होने की संभावना है।
आई नेक्स्ट का अभियान मानसून डराता है बहुत अच्छा कैंपेन रहा। खबर छपने के कारण हमारे यहां के नाले की तल्लीझाड़ सफाई का काम हुआ है। अब इस बरसात हमारे यहां जल भराव की उम्मीद कम हो गई है। आई नेक्स्ट को बहुत-बहुत धन्यवाद। रमेश यादव, पार्षद, वार्ड नं 21 अंधियारीबाग