कागज में रोक रहे रोड पर गोदाम
- सड़क किनारे अभी भी बने हुए हैं बालू और ईट के अवैध गोदाम
- नगर निगम ने अवर अभियंताओं को दी थी चिन्हित करने की जिम्मेदारीGORAKHPUR: सड़क किनारे बालू, गिट्टी और मिट्टी रखने वालों पर एनजीटी तो सख्त हो गया पर नगर निगम के जिम्मेदार गंभीर होते नहीं दिख रहे। शहर में ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए एमजीटी ने आदेश दिया था। कोर्ट का भी आदेश आया जिसपर नगर निगम ने अवर अभियंताओं को इस संबंध में गोदामों को चिन्हित करने का निर्देश तो दिया लेकिन वो निर्देश सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है। हाल ये है कि अभी जगह-जगह गलत ढंग से गोदाम बने हुए हैं जिनपर कार्रवाई होना तो दूर उन्हें चिन्हित तक नहीं किया जा सका है। सोमवार को इन अवैध गोदामों का रियलिटी चेक करने निकले आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शहर के प्रमुख स्पॉट्स पर इस समस्या के चलते पब्लिक को हो रही दिक्कत का जायजा लिया।
देवरिया बाईपास आने-जाने वालों की संख्या- लगभग एक लाखदेवरिया बाईपास शुरू होते ही 20 से 30 मीटर दूर ही बालू और गिट्टी की चार से पांच दुकानें है। इनपर रोड के किनारे घरेलू निमार्ण के सामान बेचने का कार्य धड़ल्ले से हो रहा है। एक माह पहले जीडीए ने यहां अतिक्रमण हटाने का कार्य किया था, लेकिन उसके बाद भी यहां बालू और गिट्टी का गोदाम बना हुआ है। जिसके चलते लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।
रुस्तमपुर ढाला आने-जाने वालों की संख्या- दो लाख से अधिक शहर का यह रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। लखनऊ और बनारस आने-जाने वालों के साथ ही लगभग एक दर्जन मोहल्ले के लोग इसी रास्ते से आते हैं। रुस्तमपुर ढाले से पैडलेगंज की तरफ जाने पर 100 मीटर दूर लगभग तीन से चार जगहों पर गोदाम बने हुए है। यहां पर दिन-रात बालू और गिट्टी उतारने और भरने के लिए ट्रक और ट्राली लगे रहते हैं। सबसे अधिक परेशानी कोहरा शुरू होने के बाद होगी, क्योंकि यहीं पर यह हाईवे पर हल्का सा टर्न है। जिसके कारण गाडि़यां खड़ी होने से राहगीर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। पैडलेगंज आने-जाने वालों की संख्या- ढाई लाख से अधिकपैडलेगंज से रुस्तमपुर की तरफ जाने पर कुछ दूर पर ही दो मकान बन रहे हैं। निर्माण कार्य की पूरी सामग्री रोड पर पड़ी हुई है। स्थिति यह है कि रोड पर रखा हुआ सामान पूरे फुटपाथ पर फैल गया है। वहीं यहां पर छुट्टा जानवरों का भी जमावड़ा लगा रहता है। यहां पर केवल बालू ही नहीं बल्कि भूसा का मार्केट भी बन गया है। इसके चलते आने-जाने वालों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सिनेमा रोड आने-जाने वालों की संख्या- लगभग दो लाख शहर में मार्केट करने वालों के लिए यह रोड बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस रोड पर शहर के कई प्रमुख मार्केट हैं, लेकिन सिनेमा रोड के बीच में वीनस टॉकीज की जगह पर एक कॉम्पलेक्स बन रहा है। जिसकी आधे से अधिक निर्माण सामग्री सड़क पर ही रखी हुई है। स्थिति यह है कि रोड पर रखे सामान के कारण सुबह 10 बजे से लेकर रात 8 बजे तक लोग जाम की समस्या झेलते रहते हैं। अलीनगर रोड आने-जाने वालों की संख्या- एक से डेढ़ लाखगोलघर, सिनेमा रोड और बैंक रोड से जोड़ने के लिए यह रास्ता बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस रास्ते से अलीनगर, जाफरा बाजार, बेनीगंज, तिवारीपुर, अंधियारीबाग, दुर्गाबाड़ी सहित कई अन्य मोहल्ले के लोग आते-जाते हैं। इस रास्ते पर इंद्रलोक टॉकीज के स्थान पर कॉम्पलेक्स बन रहा है। जिसका पूरा सामान रोड पर रखा हुआ है। स्थिति यह है कि रोड की दूसरी तरफ कूड़ा फेंका जाता है और दूसरी तरफ गोदाम बना हुआ है। ऐसे में 30 फीट चौड़ा यह रास्ता 10 फीट का रह गया है।
कोट्स पब्लिक बहुत अधिक परेशान हो रही है, लेकिन किसी भी जिम्मेदार की इस तरफ नजर नहीं पड़ती है। अगर इन गोदाम वालों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो कोहरे के चलते रात को एक्सीडेंट होने शुरू हो जाएंगे। - मनोज यादव, व्यापारी पिछले साल रुस्तमपुर ढाले के पास कोहरे में मेरा भाई गिट्टी के ढेर पर गिर गया। उसकी आंख में काफी चोट आई थी। इस समस्या पर रोक लगनी ही चाहिए। - महेंद्र सिंह, टीचर वर्जन सभी जिम्मेदारों को उनके एरिया में रोड के किनारे बने गोदामों को चिन्हित करने का आदेश दिया जा चुका है। साथ ही इन गोदाम मालिकों के खिलाफ नोटिस भी तैयार की जा रही है। नोटिस के बाद अगर यह नहीं हटाते हैं तो सड़क किनारे रखे बालू और गिट्टी को जब्त किया जाएगा। - सुरेश चंद्र, चीफ इंजीनियर नगर निगम