आईआईटी टेस्ट में उमड़ा स्टूडेंट्स का हुजूम
- आई नेक्स्ट के आईआईटी में ओपन सेंटर्स पर बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स हुए शामिल
- दो घंटे माथापच्ची कर स्टूडेंट्स ने दिया अपनी काबलियत परखने का टेस्ट GORAKHPUR: आई नेक्स्ट की तरफ से रविवार को ओपन सेंटर्स पर आईआईटी(इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट) ऑर्गनाइज किया गया। सिटी के दो सेंटर्स पर ऑर्गनाइज इस टेस्ट में बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स की भीड़ अपनी काबलियत परखने के लिए उमड़ पड़ी। ऑनलाइन और सेंटर्स के थ्रू अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स में से 96 परसेंट शामिल हुए। एक मीटिंग में ऑर्गनाइज हुए टेस्ट में दोनों सेंटर्स पर करीब 1400 से ज्यादा स्टूडेंट्स अपीयर हुए। 12 बजे से शुरू हुए टेस्ट के लिए सुबह 10 बजे से ही सेंटर्स पर कैंडिडेट्स और उनके पेरेंट्स की भीड़ लग गई। डटे रहे अभिभावकसभी स्टूडेंट्स जहां अपनी परख करने के लिए उत्साहित थे, वहीं स्टूडेंट्स के पेरेंट्स को भी यह जानने की जिज्ञासा थी कि उनका बेटा किस फील्ड में सक्सेस पा सकेगा। उन्हें उसे किस फील्ड में भेजना चाहिए। आरपीएम एकेडमी रुस्तमपुर और स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज में आयोजित हुए आईआईटी टेस्ट में बच्चों को लेकर पेरेंट्स भी पहुंचे। तेज धूप होने के बाद भी पेरेंट्स भीषण गर्मी में सेंटर्स और उसके आस-पास मौजूद रहे। बोर्ड के अकॉर्डिग स्टूडेंट्स को इंग्लिश और हिंदी दोनों ही मीडियम में क्वेश्चन पेपर प्रोवाइड कराए गए, जिससे स्टूडेंट्स को परेशानी नहीं हुई।
इस परीक्षा में शामिल होने से नॉलेज बढे़गी। इससे आगे कॉम्प्टीटिव एग्जाम देने में आसानी होगी। मैं किस फील्ड में अच्छा कर सकती हूं इसका पता चल जाएगा। प्रज्ञा शताक्षी, कार्मल इंटर कॉलेज आगे की पढ़ाई के लिए यह टेस्ट काफी महत्वपूर्ण है। प्रिपरेशन जानने के लिए एग्जाम दे रही हूं। किस सब्जेक्ट में वीक हूं इसका पता चल जाएगा। रिया दूबे, लिटिल फ्लावर स्कूल इस एग्जाम से मुझे अपनी कैपेबिल्टी का पता चल जाएगा। इससे आगे किस ज्यादातर सवाल सिलेबस के ही थे, ठीक पेपर हुआ। सूरजमणि त्रिपाठी, बस्ती प्रश्न पत्र में विज्ञान और गणित के सवाल कठिन थे, लेकिन अन्य सवाल को सॉल्व करने में परेशानी नहीं हुई। इस परीक्षा में मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। दिव्या शाही, सेंट्रल एकेडमी पेपर मिलने से पहले तो यह लग रहा था कि पेपर काफी टफ होंगे, लेकिन क्वेश्चन पेपर मिलने के बाद सॉल्व करने बैठा तो आसानी से साल्व हो गए। प्रियरंजन, कुशीनगरऐसी एग्जाम से सबसे अच्छा यह रहता है कि सभी को कॉम्प्टीशन एग्जाम की तैयारी करने में सहायता मिल रही है। ऐसे एग्जाम से कोर्स का रिवीजन होने के साथ ही साथ अपनी क्षमता का भी पता चल जाता है ।
सूरज वर्मा, बड़हलगंज पहली बार कॉम्प्टीटिव एग्जाम में बैठा। यह जानने और समझने का मौका मिला है कि पेपर कैसा आता है। पहले बहुत डर लगता था, लेकिन इस पेपर को देने के बाद अब उसी तरीके से तैयारी की जाएगी। अंकित कौशिक, केंद्रीय विद्यालय-1 एयरफोर्स आईआईटी के लिए मैं काफी दिनों से तैयारी कर रहा था। मेरा फ्यूचर किस ओर जाएगा, मैं इसे जानने के लिए काफी एक्साइटेड हूं। फर्स्ट पार्ट भी काफी इंटरेस्टिंग था। मैंने अपनी बेस्ट परफॉर्मेस दी है। प्राची, जीएन पब्लिक स्कूल ये टेस्ट हमारे फ्यूचर के लिए बहुत जरूरी है। इस टेस्ट से हमें अपने असली टैलेंट का पता चलता है। मैंने उन्हीं क्वेश्चन को टच किया है जो मुझे आते थे। ईशा, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज आईआईटी सिर्फ एक टेस्ट नहीं बल्कि फ्यूचर की उड़ान का ओरिजन है। जिससे हम अपने असली टैलेंट को पहचान कर कामयाबी हासिल कर सकते हैं। हमें ये टेस्ट जरूर देना चाहिए। शालिनी पांडेय, सरस्वती विद्या मंदिरआईआईटी से हम अपना आंकलन कर सकते है। अपनी कमजोरी को पहचान कर दूर करें तो हमें कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता। ये फ्यूचर को नई उड़ान देगा। इस टेस्ट से छिपे टैलेंट के बारे में जानकारी होती है।
कार्तिकेय गुप्ता, सरस्वती विद्या मंदिर