छोटू सिंह हत्याकांड में आईजी जोन को दिखे लूपहोल्स
- छोटू सिंह हत्याकांड की जांच के आदेश
- डीआईजी करेंगे तय कहां होगी जांच GORAKHPUR : आईजी जोन अमिताभ यश ने करीब दो साल पहले हुई गैंगवार की जांच को लेकर एसएसपी को निर्देश दिए हैं। उनका कहना है छोटू सिंह हत्याकांड की जांच मेंविशेष सर्तकता बरती जाए। छोटू हत्याकांड में आरोपी सुधीर सिंह ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके जांच को देवरिया में ट्रांसफर करा दिया था। साथ ही अपना नाम जांच से हटवा दिया था। लेकिन वर्तमान आईजी जोन ने जांच की समीक्षा की तो पाया कि मुकदमे में सुधीर और अन्य आरोपियों का नाम हटाकर गलती की गई है। क्या है मामला नवंबर ख्0क्फ् में गुलरिहा के शिवपुर सहबाजगंज में संजय द्धिवेदी के ब्रह्माभोज के दौरान माफिया माफिया सुधीर सिंह ने छोटू सिंह पर गोलियां बरसाई थी। मौके पर ही छोटू सिंह की मौत हो गई थी। जांच में छेद ही छेदक्-माफिया सुधीर सिंह शाहपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके विरुद्ध विभिन्न थानों में कुल ख्फ् आपराधिक मामले दर्ज हैं। अपने अन्य साथियों के साथ सुधीर ने कई घटनाओं को अंजाम दिया। इसमें से छोटू सिंह हत्याकांड चर्चित रहा। पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया। विवेचकों द्वारा पर्याप्त मौका दिया गया। इसके कारण सुधीर सिंह को गवाहों को तोड़ने की कोशिश की।
ख्- विवेचकों द्वारा घटना के दिन से ही नामजद छह अभियुक्तों में से मात्र दो के विरुद्ध कार्रवाई की गई। जबकि चार के विरुद्ध कोई साक्ष्य जुटाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। फ्-घटना में प्रयुक्त दो गाडि़यों में से एक गाड़ी (यूपी भ्फ् एडब्लू म्070) बरामद की गई थी। जबकि दूसरी गाड़ी नंबर यूपी भ्फ् एए म्000 की अब तक बरामदगी नहीं की गई। इसके साक्ष्य का भी संकलन किया जाए। ब्- नामजद अभियुक्त अखिलेश चौहान के पास से पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर एक पिस्टल व कारतूस की बरामदगी की गई, लेकिन अन्य अभियुक्तों के बारे में नहीं पूछताछ की गई। भ्- क्राइम ब्रांच देवरिया के विवेचक द्वारा नामजद व प्रकाश में आए अभियुक्त सुधीर सिंह, विपिन सिंह, उदयवीर सिंह और बीएन सिंह के विरुद्ध कोर्ट से एनबीडब्ल्यू के लिए रिपोर्ट दी गई थी। कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया था, लेकिन साक्ष्य की अनदेखी करते हुए अन्य विवेचक द्वारा अचानक उक्त अभियुक्तगण की नामजदगी गलत कर दी गई। इसकी वजह से विवेचक द्वारा सक्षम अधिकारी से अनुमोदन प्राप्त नहीं किया गया है।