दोष सिद्ध हुआ तो दर्ज होगी कर्मचारियों पर एफआईआर
- बीएड कॉलेजेज संबद्धता मामले में कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज
- नए रजिस्ट्रार ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर कराने की कही बात GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के संबद्धता विभाग में तैनात कर्मचारियों की अब खैर नहीं है। बीते दिनों 41 बीएड कॉलेजेज की संबद्धता रद किए जाने के मामले में तत्कालीन रजिस्ट्रार ने कार्रवाई की बात कही थी। इसी क्रम में नवागत रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने भी आते ही सख्त चेतावनी दे दी है। उन्होंने गुरुवार को कार्यभार संभालने के बाद कहा कि मामले में जांच के बाद दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। रद की थी संबद्धताडीडीयूजीयू के तत्कालीन रजिस्ट्रार प्रभाष द्विवेदी ने एनओसी ना लेने वाले 11 बीएड कॉलेजेज को कक्षा संचालन की अनुमति नहीं दी थी। वहीं 29 नवंबर 2014 का गजट जारी होने के पहले 30 बीएड कॉलेजेज ने संबद्धता के लिए आवेदन किया था, लेकिन इन कॉलेज वालों ने राज्य सरकार की एनओसी नहीं जमा की। इसके चलते तत्कालीन रजिस्ट्रार ने इन सभी 41 कॉलेजेज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इनकी संबद्धता रद कर दी।
लगाए थे फर्जी अनमोदनतत्कालीन रजिस्ट्रार ने बताया था कि कुल 41 कॉलेज ऐसे हैं जिनकी संबद्धता समाप्त की गई है। इनमें 22 ऐसे कॉलेज हैं जिन्होंने फर्जी अनुमोदन लगाए थे। ये राज्य सरकार से फर्जी ढंग से एनओसी लाकर आगे की प्रक्रिया के लिए दबाव बना रहे थे। मामले का खुलासा होने पर कार्रवाई की गई। वहीं, पहले भी यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार रह चुके नवागत रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने भी आते ही गहन जांच के संकेत दिए हैं।
इस मामले में संलिप्त संबद्धता विभाग के कर्मचारियों की लिस्ट बनाई जा रही है। मामला बेहद गंभीर है इसलिए सख्त कार्रवाई बेहद जरूरी है। जांच में दोषी पाए गए लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। - अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू