- आई नेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में टिकट दलाली के खेल का भंडाफोड़

- बस पैसा दीजिए और टिकट संग आईडी भी मुहैया कराएंगे दलाल

GORAKHPUR : त्योहारों के सीजन में दिल्ली-मुंबई रूट की ट्रेनों में जगह नहीं मिलती। लेकिन टिकट दलालों की कृपा बरसी तो सभी संभव है। इस वक्त ट्रेन रवाना होने से चंद घंटे पहले अगर कंफर्म टिकट मिल जाए तो चमत्कार से कम नहीं। लेकिन टिकट दलाल ये कारनामे रोज सरअंजाम देते हैं। आई नेक्स्ट ने जब पैसेंजर बन टिकट दलाली के इस नेक्सस का भंडाफोड़ करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन किया तो सनसनीखेज मामला सामने आया। टिकट दलाल किसी और के नाम का काउंटर टिकट बुक कराते हैं। फिर आपकी फोटो लगा फर्जी आईडी प्रूफ भी मुहैया कराते हैं। टिकट कंफर्म?होने की गारंटी तो है वरना रिफंड का ऑप्शन भी है। रिपोर्टर ने पैसेंजर बनकर दलाल से फोन पर बात की।

रिपोर्टर और दलाल की बातचीत:

रिपोर्टर : भाई, दिल्ली के लिए आज का कोई कंफर्म टिकट मिल जाएगा क्या?

दलाल : आज के लिए तो बहुत मुश्किल है। कल का चलेगा?

रिपोर्टर : बहुत अर्जेट है। आज ही जाना जरूरी है। कहीं से अरेंज करा दो।

दलाल: सर अवध आसाम में चलेगा? रात 11:50 बजे है।

रिपोर्टर : हां किसी भी ट्रेन में चलेगा। बस सीट कंफर्म होनी चाहिए।

दलाल : बिलकुल कंफर्म मिलेगा। रात की एक और ट्रेन है, उसका एसी में भी मिल जाएगा।

रिपोर्टर : कितना पैसा लगेगा?

दलाल : स्लीपर में 12 सौ और एसी थर्ड में 35 सौ रुपए

रिपोर्टर : स्लीपर में ही करा दो। एसी का रेट ज्यादा है।

दलाल : सर एसी में ले लिजिए। किसी टिकट मिल नहीं रहा है। मेरा जुगाड़ है तो मिल जाएगा।

रिपोर्टर : नहीं स्लीपर में ही करा दो। एसी के पैसे नहीं है अभी।

दलाल : सर अपना नाम, एज और डिटेल मैसेज कर दिजिए।

रिपोर्टर : ठीक है, लेकिन टिकट कब और कहां मिलेगा?

दलाल : सर आप तुरंत डोमिनगढ़ स्टेशन पर आ जाइए। आधे घंटे बाद रेलवे स्टेशन पर।

रिपोर्टर : मैं आधे घंटे बाद रेलवे स्टेशन पर ही आता हूं, लेकिन मेरे पास आइडी प्रूफ नहीं है।

दलाल : आईडी प्रूफ की कोई जरुरत नहीं है। मैं काउंटर टिकट दूंगा, उसमें आईडी नहीं चेक होता।

रिपोर्टर : नहीं। मैं बिना आईडी के नहीं जाउंगा। रहने दो। ट्रेन में आईडी प्रूफ मांग लेंगे तो मैं फंस जाउंगा।

दलाल : अरे आप टेंशन न लें। अपनी एक फोटो और दो सौ रुपए लेकर आइए। मैं टिकट के साथ ही आईडी प्रूफ भी दे दूंगा।

रिपोर्टर : ठीक है फिर टिकट कर दो। आकर पैसे देता हूं।

नोट- बातचीत की रिकार्डिग आई नेक्स्ट के पास है।

कंफर्म टिकट की पूरी गारंटी

दलाल से बातचीत के बाद आई नेक्स्ट टीम गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंच गई। यहां से रिपोर्टर ने दलाल को फोन मिलाया तो उसने स्टेशन के ठीक सामने रोड पर बुलाया। रिपोर्टर के वहां पहुंचते ही दलाल ने टिकट पकड़ाया और फोटो मांगी। वेटिंग टिकट देखकर रिपोर्टर ने आपत्ति की तो उसने कहा, रात आठ बजे चार्ट बनने तक चेक कीजिएगा, कफर्म हो जाएगा। अगर नहीं हुआ तो पूरा पैसा रिफंड कर देंगे। इसके बाद दलाल एक गली में गया और दस मिनट के भीतर लौटकर उसने रिपोर्टर की फोटो, नाम व पते के साथ फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया।

चार्टिग में टिकट कंफर्म

आई नेक्स्ट टीम ने रात करीब आठ बजे टिकट का स्टेटस चेक किया तो हैरानी हुई। टिकट कंफर्म हो चुका था वो भी बिना किसी कोटे के। अब दलाल ने किस आधार पर गारंटी ली, इसका अंदाजा आप खुद लगाइए। आई नेक्स्ट टीम ने जब सूत्रों के जरिए पता किया तो पता चला कि दलाल ने जो टिकट दिया था, वो राणा नाम के शख्स का है। टिकट डोमिनगढ़ रेलवे स्टेशन से शाम करीब 4 बजे कराया गया था।

नहीं बेच सकते काउंटर टिकट

रेल के नियमों के मुताबिक कोई भी एजेंट काउंटर टिकट नहीं बेच सकता है। अगर कोई काउंटर टिकट बेचता पाया गया तो इसे संज्ञेय अपराध माना जाता है। आरोपी पर रेलवे एक्ट के तहत उसपर कार्यवाही होती है। एजेंट सिर्फ आईआरसीटीसी के ही टिकट बेच सकते हैं और उसपर भी निर्धारित कमीशन ही ले सकते हैं।

Posted By: Inextlive