नगर निगम करेगा मंडी की सफाई
- आई नेक्स्ट इंपैक्ट, जल्द शुरू होगी मंडी की सफाई
- 95 हजार के बजाए सफाई पर खर्च होंगे अब एक लाख 85 हजार - प्राइमरी लेवल से होगी मंडी की सफाई द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : पूर्वाचल की मेन मंडी महेवा में अब गंदगी की प्रॉब्लम जल्द दूर होगी। न कूड़ा होगा और न सिल्ट फैली मिलेगी क्योंकि अब गंदगी हटाने की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी। मंडी प्रशासन सफाई के नाम पर नगर निगम को भारी रकम अदा करेगा। इसके लिए मंडी प्रशासन ने न सिर्फ प्रस्ताव भेजा है, बल्कि डायरेक्टर ने उसे पास भी कर दिया है। दो फरवरी को आई नेक्स्ट में पब्लिश हुई न्यूज 'ऐसे तो मंडी की पहचान बन जाएगी गंदगी' के बाद न सिर्फ मंडी प्रशासन हरकत में आया, बल्कि आनन-फानन में इस समस्या का हल भी खोज निकाला। आई नेक्स्ट ने बताई थी प्रॉब्लममहेवा पूर्वाचल की मेन मंडी होने के बावजूद सिर्फ समस्याओं से जानी जा रही थी। सबसे बड़ी समस्या गंदगी थी। जगह-जगह नाले के चैंबर टूटे हैं तो गंदा पानी और सिल्ट सड़कों पर बह रहा है। महीनों से झाड़ू न लगा होने के कारण मंडी का पूरा कूड़ा सड़कों पर इकट्ठा है। इससे न सिर्फ व्यापारी परेशान हैं, बल्कि वहां डेली आने वाले हजारों लोगों का बुरा हाल है। सड़कों पर फैले कूड़े के कारण आए दिन एक्सीडेंट भी हो रहे थे। इसको लेकर कई बार व्यापारियों ने मंडी प्रशासन से कंप्लेन की, मगर समस्या खत्म नहीं हुई। गंदगी को लेकर आई नेक्स्ट ने जब व्यापारियों की समस्या को बताया तो मंडी प्रशासन हरकत में आया और समस्या का समाधान खोज निकाला।
कम पारिश्रमिक बना था टेंशन मंडी में सफाई की जिम्मेदारी पहले भी नगर निगम की थी, मगर कम पारिश्रमिक मिलने से नगर निगम ने विरोध करते हुए सफाई कार्य बंद कर दिया था। इससे प्रॉब्लम बड़ी हो गई थी। नगर निगम को सफाई के लिए मंडी प्रशासन 95 हजार रुपए पारिश्रमिक देता था जबकि नगर निगम की डिमांड एक लाख 85 हजार रुपए थी। इसी विरोध में सफाई बंद थी। जब आई नेक्स्ट ने व्यापारियों की प्रॉब्लम को उठाया तो आनन-फानन में मंडी प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रयास शुरू किया। बजट पास होने के बाद मंडी की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की होगी।मंडी की सफाई जल्द शुरू हो जाएगी। नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई है। सफाई के लिए अब 95 हजार के बजाए एक लाख 85 हजार रुपए दिया जाएंगे। डायरेक्टर ऑफिस से बजट पास हो गया है। जल्द सफाई कार्य बेसिक लेवल से शुरू कराया जाएगा।
एमसी गंगवार, डिप्टी डायरेक्टर, मंडी प्रशासन