यहां बिना आईडी प्रूफ ठहरने की आजादी
- ठहरने वालों का आईडी प्रूफ लेना मस्ट पर होटल संचालक अंगभीर
- सीसीटीवी कैमरे भी साबित हो रहे दिखावा GORAKHPUR : होटल संचालक पर हमले, लूटपाट की घटना ने बार फिर सवाल खड़े किए हैं। ठहरने वालों को कमरा देने में हद दर्जे की लापरवाही हो रही है। मामूली लाभ के चक्कर में होटल कर्मचारी आईडी प्रूफ नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार की रात होटल मालिक पर हमला करने वाले का कोई पहचान पत्र नहीं मिला। अलबत्ता, होटल प्रबंधन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान करने का दावा कर रहा है। पुलिस का कहना है आईडी प्रूफ होता तो आरोपी की तलाश करने में आसानी होती। कभी नहीं हुए गंभीरसिटी में करीब 43 होटल और लॉज हैं। नेपाल से सटे होने की वजह से गोरखपुर संवेदनशील है। परदेस से आने वाले ज्यादातर मुसाफिरों का ठहराव स्टेशन रोड पर होता है। पुलिस का कहना है यहां ऐसे होटल और लॉज हैं जहां आसानी से कमरा मिल जाता है। मामूली सी कमाई के चक्कर में बिना आईडी प्रूफ के ही कर्मचारी कमरा दे देते हैं। रेगुलर जांच पड़ताल न होने से होटल संचालक कभी गंभीर नहीं होते। कुछ होटल्स को छोड़कर बाकी जगहों पर आईडी प्रूफ नहीं मांगते। होटल की सुरक्षा में लगाए गए सीसीटीवी कैमरे भी शोपीस की तरह काम कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर वीडियो फुटेज निकालना मुश्किल है।
होटल में होती रहती हैं घटनाएं - वर्ष 2014 में17 जनवरी 2014 को कमरा नंबर 211 में युवक की छत के कुंडे से लटकती लाश मिली। - वर्ष 2012 में 25 अक्टूबर एलोरा होटल के कमरा नंबर 210 में महिला की डेड बॉडी मिली। प्रेमी के साथ ठहरी महिला का मर्डर किया गया था। प्रेमी का पता पुलिस नहीं लगा सकी। - वर्ष 2012 में 19 जुलाई को सनराइज होटल की तीसरी मंजिल पर यूरोपियन महिला की डेड बॉडी मिली। - वर्ष 2010 में 23 नवंबर को स्टेशन के सामने होटल नटराज में कुशीनगर जिले के हाटा कोतवाली, थरुआडीह निवासी दिनेश सिंह और गोरखनाथ के हुमायूॅपुर उत्तरी निवासी कविता बरनवाल की डेड बॉडी मिली। - वर्ष 2010 के अक्टूबर मंथ में रेलवे स्टेशन रोड पर मल्लिका गेस्ट हाउस में 30 साल के युवक की डेड बॉडी मिली। - वर्ष 2010 में तीन जुलाई को कोतवाली एरिया के गंगेज होटल के कमरा नंबर 401 में सिद्धार्थनगर, बांसी, आजाद नगर निवासी नारायण दत्त की डेड बॉडी मिली।- वर्ष 2010 में गुप्ता होटल में अधेड़ का मर्डर, बेड के नीचे डेड बॉडी छोड़कर साथ आए लोग फरार हो गए थे।
- वर्ष 2007 में होटल राज के कमरा नंबर 302 में ठेकेदार की डेड बॉडी मिली। शाहपुर, बौलिया निवासी ठेकेदार को बदमाशों ने गद्दे में लपेटकर फूंक दिया था। - वर्ष 2003 में होटल राज में नेपाल के कृष्णा नगर निवासी युवक की हत्या। - वर्ष 2001 में होटल राज में बेलीपार के भिलोरा निवासी ग्राम विकास अधिकारी की डेड बॉडी मिली। मर्डर के मामले में आरोपी भी तक फरार हैं। होटल में ठहरने वाले युवक के पास पैसे नहीं थे। किराया न देने की वजह से उसको कमरे में बंद किया गया था। होटल में युवक को बंधक बनाना गंभीर मामला है। इसके अलावा आईडी प्रूफ लिए बिना कमरा देने की जांच की जाएगी। अभियान चलाकर होटल्स की नियमित जांच होगी। हेमंत कुटियाल, एसपी सिटी