हर पल सताता है जर्जर बिल्डिंग का खौफ
- डीडीयूजीयू के जर्जर हॉस्टल में रहने को मजबूर हैं हॉस्टलर्स
GORAKHPUR: डीडीयूजीयू में न्यू एडमिशन का प्रोसेस समाप्त हो चुका है। एक ओर जहां यूनिवर्सिटी प्रशासन हॉस्टल एलॉटमेंट की तैयारी कर रहा है, वहीं हॉस्टल्स की जर्जर हालत स्टूडेंट्स को डरा रही है। 16 जुलाई से क्लासेज शुरू होने के बाद जब हॉस्टलर्स के रिन्यूवल और न्यू एलॉटमेंट की बारी आई तो हॉस्टलर्स ने वार्डन से जर्जर बिल्िडग की मरम्मत की मांग की। 28 जुलाई से होगा एलॉटमेंट प्रोसेसआज भी यूजी के एनसी हॉस्टल में कमरों का बुरा हाल है। मौत की छत के नीचे रहने को स्टूडेंट्स मजबूर हैं। यूजी सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स कमरे की मरम्मत को लेकर चितिंत हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से हाल ही में मीटिंग के दौरान यह तय किया गया कि 28 जुलाई से हॉस्टल एलॉटमेंट और रिन्यूवल प्रोसेस शुरू करा दिए जाएंगे, लेकिन हॉस्टल की हालत देखकर तो कोई भी स्टूडेंट रहने से मना कर दे।
न जाने कब गिर जाए छतयूनिवर्सिटी के 6 हॉस्टल्स में रहने वाले हॉस्टलर्स ने अपने-अपने वार्डन और सुप्रिटेंडेंट से कई बार शिकायत की कि कमरों की हालत बहुत बुरी है। रात को सोते समय इस बात का डर सताता है कि न जाने जर्जर छत कब गिर जाए। वॉर्डेन और सुप्रिटेंडेंट ने ये आशंका कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन के सामने जताई, लेकिन अभी तक रिपेयरिंग वर्क शुरू नहीं हुआ है।
इन हास्टल्स में होनी है मरम्मत - एनसी हास्टल - स्वामी विवेकानंद हास्टल - संतकबीर हास्टल - गौतम बुद्ध हास्टल - अलकनंदा गर्ल्स हास्टल - महारानी लक्ष्मी बाई गर्ल्स हास्टल हास्टल की मरम्मत के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी। जो भी दिक्कत आ रही होंगी, उसे दूर किया जाएगा। अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू