2023 इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स है. पूरे वल्र्ड में इंडिया मोटे अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक है. सरकार भी मिलेट्स को बढ़ावा दे रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर और आसपास के इलाकों में मिलेट्स के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए समय-समय पर सेमिनार ऑर्गनाइज किए जा रहे हैं। इसी मौके का फायदा उठाकर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के होम साइंस डिपार्टमेंट की स्टूडेंट्स ने 'मिलेट्स कैफेÓ के नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया है। इसमें वह मोटे अनाज से कई तरह की टेस्टी डिश बना रही हैं, जिसे पूरी यूनिवर्सिटी में काफी पसंद किया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर स्टार्टिंग


होम साइंस डिपार्टमेंट में एमएससी सेकेंड सेमेस्टर की फूड एंड न्यूट्रिशन की 6 स्टूडेंट्स ने मिलकर 'चूज हेल्दी, बी स्ट्रांग और लिव लॉन्गÓ थीम के साथ इस कैफे की शुरुआत की। 18 अप्रैल से लेकर यह 20 मई तक चला। इसमें यूनिवर्सिटी के टीचर्स और स्टूडेंट्स की ओर से काफी अच्छा रिस्पांस मिला। यह एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर था। इसमें डे वाइज मेन्यु बनाकर डिशेज तैयार की जाती हैं और डिपार्टमेंट्स में डिलीवरी की भी सुविधा दी जाती है। इन डिशेज की डिमांडकैफे में स्टूडेंट्स ने बाजरा वडा, कॉर्न फ्लेक्स चार्ट, बेल शरबत, रागी स्मूदी, कटलेट, और ज्वार लड्डू जैसे टेस्टी डिशेज बनाईं। इसमें रागी की डिशेज को काफी पसंद किया गया। इसमें साइंस, कॉमर्स और आर्ट फैकल्टी से रेगुलर ऑर्डर मिले। पॉकेट मनी से शुरुआत

कैफे की शुरुआत स्टूडेंट्स ने अपनी पॉकेट मनी से की। पहले यह 12 दिन के लिए शुरू हुआ, इसमें अच्छा रिस्पांस देखकर इसे 20 मई तक चलाया गया। स्टूडेंट्स को इसमें अच्छा प्रॉफिट भी मिला। इसके बाद यूनिवर्सिटी में समर वेकेशन और एग्जाम के चलते इसे बंद करना पड़ा। नए सेशन में और भी नई डिशेज के साथ इसकी शुरुआत होगी।मेन्यु- रागी कटलेट- सोरघम इडली- मिलेट लिट्टी विद चटनी- रागी ढोकला- मिक्स मिलेट पकौड़ा- कॉर्नफ्लेक्स चार्ट- सोरघम लड्डू- रागी केक- मिलेट्स हलवा- मठरीसेहत के लिए फायदेमंद मिलेट्स

मोटा अनाज सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। छोटे अनाजों में कुटकी, कांगनी, कोदो, सांवा हैं, जो कैल्शियम, आयरन, फाइबर समेत कई न्यूट्रिएंट्स का अच्छा सोर्स हैं। बेहद कम लागत में उगने वाले मिलेट रोग प्रतिरोधी क्षमता को भी बढ़ाते हैं। इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स 2023 का भी उद्देश्य मिलेट की खपत को बढ़ाकर पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके लिए 8 मिलेट्स को चिन्हित किया गया है, जिसमें ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, कुटकी, कंगनी, चेना, सांवा आदि शामिल हैं। मिलेट्स में गेहूं-चावल की तुलना में प्रोटीन, वसा, खनिज तत्व, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, ऊर्जा कैलोरी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, कैरोटीन, फोलिक ऐसिड, जिंक और एमिनो एसिड आदि की भरपूर मात्रा होती है।मिलेट्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनके उपयोग से हम पोषण संबंधी समस्याओं को कम कर सकते हैं। मिलेट्स कैफे स्टूडेंट्स की ओर से एक बहुत अच्छी शुरुआत है। स्टार्टिंग में इसे बहुत अच्छा रिस्पांस मिला। नए सेशन में कुछ और अपडेट के साथ इसकी शुरुआत होगी।प्रो। दिव्या रानी सिंह, एचओडी, होम साइंस

Posted By: Inextlive