चौराहा चौड़ीकरण में बाधक बने होर्रि्डग्स
- दो माह पहले कचहरी चौराहा का डिवाइडर हो गया पतला
- रेंट विभाग द्वारा होर्डिग्स न हटाने से नहीं चौड़ा हो पा रहा चौराहा GORAKHPUR: नगर निगम के अपने विभागों की तनातनी पब्लिक के लिए भारी पड़ रही है। एक तरफ पुलिस शहर से जाम हटाने के लिए दिन रात मेहनत कर रही है, वहीं जाम का सबसे अधिक कारण बने सकरे चौराहों का चौड़ीकरण अधर में है। चौड़ीकरण का कार्य नगर निगम के निर्माण विभाग को करना है, लेकिन रेंट विभाग द्वारा होर्डिग्स न हटाने के कारण चौड़ीकरण का कार्य नहीं हो पा रहा है। हालांकि निर्माण विभाग द्वारा डिवाइडर को सकरा कर दिया गया है। नौ होर्डिग्स हटाने हैंनगर निगम के निर्माण विभाग का कहना है कि शास्त्री चौक चौड़ा करने का कार्य लगभग पूरा हो गया है, उसके बाद अंबेडकर चौराहा के चौड़ीकरण का कार्य शुरू होना था, लेकिन रेंट विभाग द्वारा इस चौराहे पर नौ वैध होर्डिग्स लगाए गए हैं, जिनको हटाने के लिए कई बार कहा जा चुका है, लेकिन होर्डिग्स न हटने के कारण चौड़ीकरण का कार्य ठप है। निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर एसके केसरी का कहना है कि चौड़ीकरण का लगभग कार्य शुरू कर दिया गया है। हरिओम नगर तिराहा और दाउदपुर चौराहे की तरफ जाने वाले रास्ते का डिवाइडर पतला कर दिया गया है। हालांकि मूर्ति के चबूतरा को भी छोटा करना था, लेकिन कुछ सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने चबूतरा छोटा न करने के लिए आपत्ति दर्ज कराई है।
पब्लिक का 10 मिनट बचता समय सुबह 10 बजे के पहले कचहरी चौराहा को एक से डेढ़ मिनट में लोग पार कर लेते हैं, लेकिन 10 बजे के बाद इस चौराहा को पार करना मुश्किल हो जाता है। दोपहर 1 बजे से लेकर 3 बजे तक इस चौराहा को पार करने में एक बाइक या चार पहिया वाहन को 10 मिनट लग जाता है। चौराहा चौड़ीकरण का कार्य हो जाने के कारण सबसे अधिक फायदा पब्लिक को होता। दोपहर को जाम तो नहीं लगता और कम से कम व्यक्ति का 10 दिन बचता।