झोलाछाप के क्लीनिक व मेडिसिन सेंटर पर छापा
झोलाछाप के क्लीनिक व मेडिसिन सेंटर पर छापा
- बेलघाट व सिकरीगंज का मामला - डीएम व सीएमओ की निर्देश पर हेल्थ डिपार्टमेंट की कार्रवाई - छापेमारी में मिली अनियमितता पर क्लीनिक व मेडिसिन सेंटर किए गए सील GORAKHPUR: बिना डिग्री के झोलाछाप मानव जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। उनकी लापरवाही लोग मौत के मुंह में जा रहे हैं। इस मामले में डीएम और सीएमओ के निर्देश पर शुक्रवार को हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने बेलघाट स्थित मनोज मेडिसिन सेंटर और सिकरीगंज के गौतम बुद्ध सेवाश्राम क्लीनिक पर छापेमारी की। टीम के आते ही हड़कंप मच गया। जब टीम ने इंस्पेक्शन किया तो सामने आया कि बिना लाइंसेस और डिग्री के इलाज और ऑपरेशन किए जा रहे थे। छापेमारी में विभाग ने सर्जिकल सामन जब्त कर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी।सीएमओ के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ। एनके पांडेय के नेतृत्व में चार सदस्य टीम ने बेलघाट के मनोज मेडिकल सेंटर पर छापा मारा। बतातें चले कि मेडिसिन का मालिक रामनयन यादव इसकी की आड़ में प्रैक्टिस भी कर रहा था। इलाके का एक व्यक्ति अपने बच्चे का इलाज करा रहा था। अचानक उसकी हालत खराब हो गई। परिजनों ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। उसने इसकी शिकायत सीएमओ से की। सीएमओ ने गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर छापेमारी की कार्रवाई का आदेश दिया। टीम ने मेडिसिन सेंटर का इस्पेक्शन किया तो पाया कि झोलाछाप अपनी प्रैक्टिस बजा रहे थे। इस दौरान सेंटर में बोतल और सिरिंज के साथ अन्य सामन पाए गए। इस बीच पता चला कि मेडिसिन सेंटर की आड़ में लोगों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। साथ ही जांच में लाइंसेंस भी नहीं पाया गया।
इसकी क्रम में डीएम के निर्देश पर डिप्टी सीएमओ डॉ। एनके पांडेय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने सिकरीगंज स्थित गौतम बुद्ध सेवाश्रम के क्लीनिक पर छापेमारी की। छापेमारी में पाया कि क्लीनिक के मालिक डॉ। ध्रुव नारायण ओझा बीएचएमएस है और वह अपने क्लीनिक में ही ऑपरेशन भी करते हैं। उनके क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन के कागजात भी नहीं मिले। लापरवाही पाए जाने पर क्लीनिक को सील कर दिया गया। इतना ही नहीं डॉक्टर साहब मेडिकोलीगल भी करते हैं। मौके पर कुछ साक्ष्य मिले हैं। इतना ही नहीं उनकी पत्नी कामनी ओझा अपने को डॉ। स्त्री रोग विशेष लिखती है। जैसे ही टीम पहुंची तभी आभास हुआ कि वह मौके से क्लीनिक के पीछे के रास्ते निकल गई। जब टीम ने इसके बारे में पूछताछ की तो उनका कहना था कि मेरीे पत्नी डॉक्टर नहीं है। बिना रजिस्ट्रेशन के ओटी चलाने की हालत में ऑपरेशन थियेटर सिल कर दिया गया। साथ ही प्राइवेट मेडिकोलीगल करने के मामले मे ंविधिक कार्यवाई के लिए रिपोर्ट अफसरों को तलब की जानी है। टीम में बेलघाट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ। सुरेंद्र कुमार, सहायक शोध अधिकारी सुधांशु श्रीवास्तव, केके श्रीवास्तव रहे।
वर्जन बिना ंिडग्री और मानव जीवन से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। जांच करने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। डॉ। रविंद्र कुमार, सीएमओ