महंगा है, लेकिन सबसे सेफ है
-सिटी में बढ़ रही हॉलमार्क ज्वेलरी की डिमांड
-ब्रांडेड के साथ अधिकांश शॉप्स में मिल रही हॉलमार्क ज्वेलरी GORAKHPUR: सोना सिर्फ ज्वेलर्स का होता है। यह कहावत सिर्फ किताबों में नहीं बल्कि हकीकत में भी सही है। क्योंकि ज्वेलरी को चेंज कर अपनी ख्वाहिश पूरी करना हर महिला का ख्वाब होता है। एक बार ज्वेलरी चेंज करने में क्0 से ख्0 परसेंट सोने की कीमत ज्वेलर्स के पास चली जाती है। मतलब साफ है। अगर आप अपने सोने को घर पर रखना चाहते हैं तो लोकल के बजाए ब्रांडेड या हॉलमार्क वाली ज्वेलरी खरीदें। क्योंकि हॉलमार्क ज्वेलरी में न सिर्फ शुद्धता की गारंटी रहती है बल्कि वापसी में कोई खास नुकसान नहीं होता है। इसलिए बेहतर होगा कि इस अक्षय तृतीया पर आप हॉल मार्क वाली ज्वेलरी ही प्रिफर करें। क्योंकि इसकी प्योरिटी की गारंटी के साथ फिक्स्ड रिसेल वैल्यू का भी भरोसा आपको मिलेगा।थोड़ी महंगी होती है हॉल मार्क ज्वेलरी
हॉल मार्क ज्वेलरी थोड़ी महंगी होती है। उर्दू बाजार और अली नगर के रिनाउंड ज्वेलरी व्यापारी बताते हैं कि हॉल मार्क ज्वेलरी व लोकल मेड ज्वेलरी की तुलना करें तो दस ग्राम ज्वेलरी में करीब दो से चार हजार का फर्क आता है। जैसे किसी दिन अगर सोने का रेट ख्भ्,800 रुपए प्रति क्0 ग्राम था। तब आप कोई भी ब्रांडेड या हॉल मार्क लगी ज्वेलरी खरीदते हैं तो उसकी कीमत प्रति क्0 ग्राम फ्0,800 रुपए होगी। इसी वैरिएशन पर आपको ज्वेलरी भी मिलेगी। लेकिन आप नॉन ब्रांडेड या बिना हॉल मार्क की ज्वेलरी खरीदेंगे तो ख्भ्,800 रुपए के हिसाब से मिलेगी। हालांकि ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज के नाम पर क्भ्00 रुपए और बढ़ जाएगा मतलब दस ग्राम ज्वेलरी के लिए आपको ख्7,फ्00 रुपए देना होगा।
क्या है हॉल मार्क -सभी ज्वेलरी के निचले हिस्से में एक निशान बना होता है। जो यह प्रूफ करता है कि इस ज्वेलरी की प्योरिटी की गारंटी सरकार ले रही है। -हॉल मार्क का निशान ज्वेलरी के साथ गोल्ड क्वाइन पर भी होता है। -सरकारी के अलावा कई अन्य तरीके के भी हॉल मार्क होते हैं। जिन्हें ब्रांडेड कंपनियां अपने प्रोडेक्ट पर यूज करती है। साथ ही ये प्योरिटी की गारंटी लेती है। -सरकारी के अलावा किसी भी हॉल मार्क वाली ज्वेलरी लेने पर आप ठगी के शिकार नहीं हो सकते। ऐसे करें कैरेट की पहचान -सराफा मार्केट में अक्सर क्8, ख्ख् और ख्ब् कैरेट गोल्ड की खरीदारी होती है। -ख्ब् कैरेट का सिर्फ गोल्ड क्वाइन ही मिलता है-कई कंपनियों के हॉल मार्क के साथ मिलता है गोल्ड क्वाइन
-हॉल मार्क के साथ 7भ् परसेंट लिखा है तो ज्वेलरी क्8 कैरेट की है। 9ख् परसेंट लिखा है तो ज्वेलरी ख्ख् कैरेट की है और 99.9 परसेंट लिखा हो तो ज्वेलरी ख्ब् कैरेट की है। परचेजिंग में रखें ध्यान -गोल्ड या ज्वेलरी को कैरेट मीटर से चेक जरूर कराएं -हॉलमार्क चिन्ह देकर ही गोल्ड परचेज करें -क्वाइन खरीद रहे हैं तो वापसी के बारे में जरूर क्वैरी करें -रसीद पर टिन नंबर चेक करें तभी रसीद लें वर्जन- हॉलमार्क ज्वेलरी की डिमांड लगातार बढ़ रही है। अब पब्लिक अवेयर हो रही है। अधिकांश दुकानों में हॉलमार्क ज्वेलरी मिल रही है। बस पब्लिक को हॉलमार्क ज्वेलरी कितने कैरेट की है, इसे ध्यान रखना चाहिए। संजय अग्रवाल, गीतांजलि ज्वेलर्स