कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी के 42वें दीक्षांत समारोह के समापन के बाद यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्टे्रटिव ब्लॉक में करीब चार घंटे तक चली बैठक की अध्यक्षता की.


गोरखपुर (ब्यूरो)। उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन को संवाद, उत्कृष्टता एवं गुणवत्ता का मंत्र दिया। स्टूडेंट्स के प्रति प्रतिबद्धता के लिए कॉलेजों के टीचर्स की भी प्रशंसा की। कमेटी हॉल में करीब तीन बजे शुरू हुआ बैठकों का दौर शाम 7 बजे समाप्त हुआ। इसमें यूनिवर्सिटी के सभी आधिकारिक स्टेकहोल्डर्स से कुलाधिपति ने संवाद किया। उनकी समस्याओं को सुना, विजन को समझा और महत्वपूर्ण सुझाव दिए। पहली बैठक उन्होंने डीन्स और अधिकारियों के साथ की। एक-एक कर सभी की बात सुनी। उन्होंने गुणवत्ता तथा स्थानीय स्तर पर लोगों के समक्ष मुद्दों को सुलझाने में अग्रणी भूमिका पर जोर दिया। अन्य विश्वविद्यालयों के साथ शोध विषयों को साझा करने, नए विषयों की खोज और साझा पब्लिकेशन की बात कही। बैठक में वीसी प्रो। पूनम टंडन और रजिस्ट्रार प्रो। शांतनु रस्तोगी आदि मौजूद रहे।नीति निर्माताओं से करें शोध परिणामों पर चर्चा


उन्होंने कहा कि सरकार के नीति निर्माताओं से अपने किए गए शोध के परिणामों पर चर्चा करें। फिटनेस सेंटर को जनता के लिए खोलें और उसके संचालन के लिए वित्तीय संसाधन जुटाएं। एनआईआरएफ की टीम के साथ बैठक में उन्होंने एनआईआरएफ के साथ ही क्यूएस व अन्य वल्र्ड रैंकिंग की तैयारी का निर्देश दिया।कॉलेजों के प्रतिनिधियों से की मुलाकात

कुलाधिपति ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एफिलिऐटेड कॉलेजों के प्रिंसिपल से भी मुलाकात की। उनकी चुनौतियों व समस्याओं को सुना। उन्होंने सभी समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया।

Posted By: Inextlive