'सरकारी खुराक' से दूर होगा बच्चों का कुपोषण
- वजन दिवस में चिन्हित किए गए थे कुपोषित बच्चे
- पोषण मिशन के तहत कुपोषित बच्चों के लिए होगी विशेष व्यवस्था - 32,562 बच्चे लाल श्रेणी में किए गए हैं शामिल GORAKHPUR: प्रदेश सरकार की ओर से चलाए जा रहे पोषण मिशन के तहत जिले के अति कुपोषित बच्चों के लिए एक विशेष योजना चलाई जाएगी। इसके तहत पांच वर्ष तक के बच्चों को मिड-डे मील की तर्ज पर दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं को भी प्रतिदिन 18 रुपए की डाइट के हिसाब से भोजन दिया जाएगा। जिसमें एक सीजनल फल भी शामिल होगा। योजना को टेस्टिंग के लिए आठ मार्च से डीएम और सीडीओ के गोद लिए गांवों में इसे लागू किया जाएगा। एक अप्रैल से लागू होगी योजनायोजना की प्रगति रिपोर्ट और इसे चलाने को लेकर सुझाव शासन को भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। टेस्टिंग के बाद एक अप्रैल से सभी जिलों में यह योजना लागू कर दी जाएगी। प्रदेश सरकार ने इस योजना के लिए 400 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। पिछले दिनों पूरे जिले में वजन सप्ताह चलाकर अतिकुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया था। इसमें वे बच्चे शामिल हैं जिनका डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार वजन उम्र के हिसाब से नहीं है। इस श्रेणी में 32,562 बच्चे मिले थे।
डीएम के गोद लिए गांव - चरगांवा ब्लॉक का जंगल धूषण पिपराईच ब्लॉक का रामनगर करजहां सीडीओ के गोद लिए गांव - चरगांवा ब्लॉक का ठाकुरपुर नं। एक भटहट ब्लॉक का करमहा बुजुर्ग एक अप्रैल से योजना को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। इस योजना में प्रधान और आंगनबाड़ी कार्यकत्री के ज्वाइंट अकाउंट में धन जाएगा। - हेमंत सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी