एम्स गोरखपुर के परिसर में पांच सौ बेड का विश्राम गृह बनाया जाएगा. पावरग्रिड कारपोरेशन अपने कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व सीएसआर से विश्राम गृह बनाएगा. एम्स गोरखपुर के लिए बड़ी पहल है. कार्यकारी निदेशक ईडी व मुख्य कार्यपालक अधिकारी सीईओ प्रो. अजय ङ्क्षसह ने इसके लिए पावरग्रिड कारपोरेशन के अधिकारियों से बात की थी. कार्यकाल के 45 दिन के भीतर मिली उपलब्धि पर एम्स के डाक्टरों और कर्मचारियों ने ईडी का आभार जताया है. 15 नवंबर को समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होगा.


गोरखपुर: एम्स गोरखपुर में भर्ती रोगियों के स्वजन के ठहरने के लिए परिसर में इमरजेंसी के पास रैन बसेरा बनाया गया है। दो सौ बेड के रैन बसेरा में कभी-कभी सभी बेड भर जाते हैं। बिहार, नेपाल या पूर्वांचल के अन्य जिलों से आने वाले रोगी और स्वजन देर होने के कारण ओपीडी में डाक्टर से परामर्श नहीं ले पाते हैं। इन्हें भी परिसर में रुकने की जरूरत होती है ताकि अगले दिन सुबह ही नंबर लगाकर डाक्टर को दिखा जा सके। इसे देखते हुए एम्स प्रशासन लंबे समय से विश्राम गृह के निर्माण की तैयारी में था।

एम्स गोरखपुर के लिए विश्राम गृह का निर्माण बहुत जरूरी है। इससे रोगियों के साथ ही स्वजन को भी सहूलियत होगी। एम्स की सभी व्यवस्था में तेजी से सुधार हो रहा है। इसका लाभ रोगियों को मिल रहा है। पठन-पाठन का माहौल भी अनुकूल है।
प्रो। अजय ङ्क्षसह, ईडी, एम्स गोरखपुर

Posted By: Inextlive