साइक्लिंग के साथ बीमारियों को कहिए बाय
- DDUGU NSS के कोऑर्डिनेटर स्टूडेंट्स के साथ ही टीचर्स को देते हैं साइक्लिंग की सलाह
- आई नेक्स्ट के बाइकॉथन से हैं इंस्पायर्ड, इस बार भी वालंटियर्स के साथ करेंगे पार्टिसपेट GORAKHPUR आई नेक्स्ट का बाइकॉथन यूं तो 29 जनवरी को होना है लेकिन इसकी धूम अभी से मची है। रीजनल स्टेडियम में ऑर्गनाइज होने वाले बाइकॉथन में पार्टिसपेट करने के लिए इसके दीवाने अभी से प्रीपरेशन में लग गए हैं। इसमें क्या युवा, क्या बच्चे, क्या स्टूडेंट, क्या टीचर्स, सबको बेसब्री से बाइकॉथन का इंतजार है। डीडीयूजीयू में एनएसएस के कोआर्डिनेटर प्रो। अजय कुमार शुक्ला अपने वालंटियर्स के साथ बाइकॉथन की तैयारी में जुटे हुए हैं। हेल्थ के लिए है बेस्टप्रो। अजय कुमार शुक्ला कहते हैं कि साइक्लिंग को प्रमोट करने के लिए बाइकॉथन बेस्ट प्रोग्राम है। इस दिन पूरे सिटी में साइकिल के साथ बच्चों को देखकर मन खुश हो जाता है। यदि रोज ही साइक्लिंग की जाए तो इसके फायदे ही फायदे हैं। सभी की चाहत है कि वह चुस्त दुरुस्त रहे लेकिन कोई इसके लिए कोशिश नहीं करना चाहता। साइक्लिंग ऐसे लोगों के लिए बेस्ट ऑप्शन हैं जो एक्सरसाइज के लिए अलग से टाइम नहीं निकाल पाते। ऑफिस, कॉलेज, स्कूल, कोचिंग, मार्केट कहीं भी जाने के लिए साइक्लिंग का यूज कर सकते हैं।
सांस के रोगियों के लिए वरदान प्रो। शुक्ला का कहना है कि साइक्लिंग अपने आप में कंप्लीट एक्सरसाइज है। साइक्लिंग के लिए हेल्थ बेस्ट है। साइक्लिंग से शरीर तो स्वस्थ रहता ही है, फेफड़े भी मजबूत होते हैं। सांस के रोगियों को डॉक्टर्स साइक्लिंग की भी सलाह देते हैं। रोजाना कम से कम आधे घंटे साइकिल चलाने से श्वसन तंत्र मजबूत होता है। प्रो। शुक्ला कहते हैं कि साइक्लिंग के फायदों को देखते हुए वे अपने संपर्क के सभी कॉलेज के स्टूडेंट्स ही नहीं, टीचर्स को भी इसके लिए मोटिवेट करते हैं। ------------------- दिल के साथ दिमाग भी दुरुस्तवहीं रेड पल्स यूथ ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ। सुरेश सिंह का कहना है कि साइक्लिंग शरीर के लिए काफी फायदेमंद है। साइक्लिंग से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इससे ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती हे। जब ब्लड में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है तब हम ताजगी महसूस करते हैं। साइक्लिंग के दौरान शरीर को भरपूर वायु मिलती है। इसमें मौजूद ऑक्सीजन सीधे ब्लड में जाकर मिल मिल जाता है। ऑक्सीजन की कमी होने पर आलस्य और थकान महसूस होता है। कई बार तो आंखों के सामने अंधेरा छाने लगता है। लेकिन साइक्लिंग से दिल और दिमाग स्वस्थ रहते हैं।
खरीदी है 25 हजार की साइकिल डॉ। सुरेश बताते हैं कि वे खुद तो साइक्लिंग करते ही हैं, और लोगों को भी साइक्लिंग के लिए प्रेरित करते हैं। अस्थमा के रोगियों को साइक्लिंग की सलाह दी जाती है। यदि जीवनपर्यत साइक्लिंग की जाए तो श्वसन तंत्र संबंधी रोगों से छुटकारा मिल जाता है। लोगों को रोज कम से कम आधा घंटा साइक्लिंग करने की सलाह देते हैं। बाइकॉथन साइक्लिंग का अच्छा मैसेज दे रहा है। उन्होंने खुद स्पेशली बाइकॉथन के लिए 25 हजार की साइकिल खरीदी है।