World Water Day 2023 : गोरखपुर में ग्राउंड वाटर भरपूर, पेयजल संकट नहीं हो रहा दूर
गोरखपुर (ब्यूरो)।गर्मियों के दिनों में यह संकट और भी बढ़ जाता है। यहां तक कई एरिया में जलसंकट के चलते लोगों को प्रदर्शन तक करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त जर्जर लाइनों के फूटने से भी पानी की बर्बादी हो रही है। जबकि सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड की ओर से जारी 2022 के ब्लॉक वाइज ग्राउंड वाटर रिर्सोसेज असेसमेंट के अनुसार गोरखपुर में ग्राउंड वॉटर भरपूर है। सिटी की पॉपुलेशन 7.73 लाख
गोरखपुर सिटी की फिलहाल पॉपुलेशन 7.73 लाख के करीब है। इसमें आधे के करीब महिलाएं हैं। 2020 की अनुमानित रिपोर्ट के अनुसार गोरखपुर जिले की पापुलेशन 50 लाख के ऊपर दर्ज की गई थी। वर्ष 2023 के अनुसार पुरुष 26,39,032 और महिलाएं 25,06,189 हैं। जलनिगम और जलकल डिपार्टमेंट का दावा है कि सभी को समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। दिक्कत होने पर टैंकरों व अन्य साधनों से वार्डों में पानी की सप्लाई की जाती है। पाइपलाइन के जरिए वाटर सप्लाई
सिटी में पाइपलाइन के जरिए वाटर सप्लाई की जा रही है। अगर इसमें कहीं कोई कमी आती है तो जलकल डिपार्टमेंट टैंकरों से जलापूर्ति सुनिश्चित कराता है। जलकल डिपार्टमेंट का दावा है कि नगर निगम एरिया में हर जगह वाटर कनेक्शन उपलब्ध है। 10 नए बने वार्डों में कनेक्शन की कवायद चल रही है। डिमांड से अधिक सप्लाई जल निगम के अनुसार सिटी में करीब 100 मीलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) पानी की खपत है। डिपार्टमेंट की ओर से 155 एमएलडी की व्यवस्था की गई है। हर किसी को जलकल डिपार्टमेंट की तरफ से पानी सुनिश्चित कराया जाता है। गोरखपुर सिटी में पानी की कोई किल्लत नहीं है। गर्मियों में थोड़ी परेशानी रहती है। 45 हजार करोड़ से सुधरी व्यवस्था नई व्यवस्था के तहत सिटी में अमृत योजना के तहत हर घर तक पानी पहुंचाने की कवायद में करीब 45 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। सिटी में यह प्रोजेक्ट करीब-करीब पूरा हो चुका है। नगर निगम में 32 गांव से जुड़कर बने नए वार्ड में भी तेजी से वाटर सप्लाई का काम हो रहा है। सिटी में वाटर सप्लाई से सभी लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। नगर निगम में जुड़े नए वार्डों में भी जल्द पानी मुहैया हो जाएगा। जलकल डिपार्टमेंट मांग के अनुरूप सप्लाई कर रहा है। कहीं कोई दिक्कत नहीं है। रमेश चंद्र रघुवंशी, जीएम, जलकल
जलनिगम सिटी एरिया में लगभग सभी जगहों पर वाटर सप्लाई की व्यवस्था पहुंचा चुकी है। नगर निगम में जुड़े नए वार्डों में भी पाइपलाइन से पानी की व्यवस्था की जा रही है। सिटी को पानी की जितनी जरूरत है उससे अधिक की व्यवस्था है। सुदेश कुमार, अधिशाषी अभियंता, जल निगम फैक्ट फीगरसिटी की पॉपुलेशन 7.73 लाख 10 नए वार्ड में कवायद जारीसिटी को 100 एमएलडी पानी की जरूरत155 एमएलडी पानी की व्यवस्था 1.21 लाख घरों तक पहुंचा पानी82.10 परसेंट घरों तक पानी की सप्लाई सिटी में यहां नहीं है वाटर सप्लाईजलकल के सहायक अभियंता सौरभ सिंह ने बताया कि सिटी के सिंघडिय़ा गैस गोदाम, मोहरीपुर के कुछ इलाके, आधे नौसढ़ में फिलहाल वाटर सप्लाई नहीं है। यहां वाटर सप्लाई की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही अब 10 नए वार्डों में पानी की व्यवस्था की जा रही है। फिलहाल 1.21 लाख घरों में वाटर सप्लाई की व्यवस्था की जा चुकी है। जलकल डिपार्टमेंट के पास व्यवस्था 255 ट्यूबवेल (छोटे-बड़े)सिटी में 42 टंकियांगोलघर में क्लीन वाटर रिजवायर (यहां से सिटी में पाइप लाइन से डायरेक्टर सप्लाई)हैंडपंप 4257क्लोरीनेशन के साथ पानी की सप्लाई वीर बहादुरपुरम में फूटी पाइप लाइन, सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद
एमएमएमयूटी के पास स्थित वीर बहादुरपुरम कॉलोनी में 20 मार्च को पाइप लाइन फूट गई थी। वार्ड के लोगों का कहना है कि इसके ठीक कराने के लिए निवर्तमान पार्षद से लेकर जलकल डिपार्टमेंट में शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसकी वजह से दो दिन से लगातार पानी ओवरफ्लो होकर नालियों में जा रहा है। कुछ लोगों ने फटी पाइप लाइन पर ईंट मिट्टी रखकर उसे बंद करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। लोगों ने बताया कि जलकल की लापरवाही से शुद्ध पानी बर्बाद हो रहा है। इस संबंध में जलकल के जीएम रमेश चंद्र रघुवंशी ने बताया कि अभी बाहर हूं, अगर शिकायत आती है तो दुरुस्त कराया जाएगा। वहीं सहायक अभियंता सौरभ सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। अगर मेन पाइप लाइट टूटी होगी तो डिपार्टमेंट उसे ठीक कराएगा। अंदर की पाइपलाइन होगी तो लोगों को खुद ठीक कराना होगा। लोग अपनी शिकायत टोल फ्री नंबर 1533 पर कर सकते हैं। दो दिन से पानी बर्बाद हो रहा है, लेकिन शिकायत के बाद भी इसे ठीक नहीं कराया जा सका है। प्रभुनाथ तिवारी, स्थानीय निवासीसरकार पानी की बर्बादी के लिए कई कैंपेन चला रही है और अफसर लापरवाही कर रहे हैं। अफसरों को जल्द पाइप लाइन को दुरुस्त कराना चाहिए। कनक तिवारी, स्थानीय निवासी
पाइप लाइन फटने से घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है, इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दीपाली, स्थानीय निवासी दो दिनों से शिकायत की जा रही है कि पाइप लाइन को दुरुस्त करा लिया जाए। इसके बाद भी अभी तक कोई ने सुध नहीं ली है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रिया, स्थानीय निवासी