-मैक्सिमम और मिनिमम टेंप्रेचर रिकॉर्ड करने में सिस्टम हुआ फेल

-पिछले 15 दिनों से नहीं रिकॉर्ड हो पा रहा है मैक्सिमम टेंप्रेचर

-वहीं दो दिनों से दोनों टेंप्रेचर नहीं हो पा रहा है रिकॉर्ड

GORAKHPUR: कब सर्दी होगी और कब गर्मी पड़ेगी। कब कोहरा पड़ेगा और कब जाकर बारिश हो, इसे परखने के लिए लाखों रुपए खर्च कर मौसम विभाग ने मॉनीटरिंग सिस्टम इंस्ट्रूमेंट्स लगवाया है। मगर मौसम के बदलते मिजाज और उठापटक से अब सिस्टम को भी ठंड लग गई है। पिछले 15 दिनों से आईएमडी की वेबसाइट पर मैक्सिमम टेंप्रेचर तो रिकॉर्ड ही नहीं हो सका, जबकि 17 दिसंबर को सुबह धूप और शाम में बदली के बीच मिनिमम टेंप्रेचर रिकॉर्ड करने में भी नाकाम रहा। अगर आप भी मेट्रोलॉजी डिपार्टमेंट की वेबसाइट के भरोसे टेंप्रेचर देखकर कहीं जाने की सोच रहे हैं तो अपना इरादा फौरन बदल दें, या फिर अपने लेवल से ही तैयारी कर कहीं जाएं, वरना आपको पेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

वेबसाइट पर िसर्फ 'एन ए'

मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर पिछले दो हफ्तों से मैक्सिमम टेंप्रेचर के कॉलम में 'एन ए' ही शो कर रहा है। इस वजह से टेंप्रेचर में कितना उतार-चढ़ाव हुआ है, इसकी सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। वहीं, मिनिमम टेंप्रेचर तो रिकॉर्ड हो रहा है, लेकिन कभी दिन बीतने पर इसे अपडेट किया जा रहा है, तो कभी इसमें कोई अपडेशन ही नहीं हो पा रहा है। वहीं दूसरी प्रिडिक्शन भी सटीक नहीं बैठ पा रही है, जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

मैक्सिमम थर्मामीटर खराब

गोरखपुर में इन दिनों टेंप्रेचर मैनुअल लिया जा रहा है। इसमें भी गोरखपुर का मैक्सिमम टेंप्रेचर रिकॉर्ड करने वाला थर्मामीटर डैमेज हो गया है। इसकी वजह से मैक्सिमम रीडिंग नहीं ली जा पा रही है। यह थर्मामीटर पुणे से आता है, लेकिन अब तक यह गोरखपुर आ नहीं सका है, जिसकी वजह से आईएमडी की वेबसाइट पर मैक्सिमम टेंप्रेचर का डाटा अपडेट नहीं हो पा रहा है।

सर्द हवाओं के साथ तेज धूप

पिछले तीन दिनों से मौसम गोरखपुराइट्स पर काफी मेहरबान है। इस दौरान जहां तेज धूप ने लोगों को काफी राहत दी, वहीं साथ में चल रही हवाओं ने थोड़ा परेशानी भी पैदा की। मौसम के इस दोहरे मिजाज की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अगर वह धूप में बगैर जैकेट या स्वेटर के बाहर निकले तो उन्हें ठंड का अहसास हुआ। वहीं अगर वह इसे पहने रहे तो उन्हें गर्मी का अहसास हुआ। घर के अंदर दिन में ही लोगों को गलन महसूस हुई। शाम होते-होते मौसम का मिजाज काफी सर्द हो गया और लोगों को ठंड का काफी अहसास हुआ।

वर्जन

गोरखपुर का मैक्सिमम टेंप्रेचर रिकॉर्ड करने वाले थर्मामीटर में कुछ प्रॉब्लम आ गई है, जिसकी वजह से इसका डाटा रिकॉर्ड नहीं हो पा रहा है। यह पुणे से बदला जाता है, जिसकी प्रॉसेस शुरू हो गई है। जहां तक मौसम का सवाल है तो इस महीने में अच्छी धूप खिली रहेगी। कुछ स्थानों पर घना कोहरा रह सकता है।

- शफीक सिद्दीकी, वेदर एक्सपर्ट

Posted By: Inextlive