दूसरी यूनिवर्सिटीज के साथ रिसर्च और डुअल डिग्री प्रोग्राम शुरू करने की दिशा में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी को बड़ी कामयाबी मिली है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी और मौलाना भशानी साइंस एंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी बांग्लादेश के बीच इस पर सहमति बन गई है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।वीसी प्रो। पूनम टंडन के मार्गदर्शन में यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल सेल के डायरेक्टर डॉ। रामवंत गुप्ता ने बांग्लादेश की यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के साथ सोमवार को ऑनलाइन बैठक की। इस पहल का उद्देश्य बायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी से जुड़ी रिसर्च को बढ़ावा देना है।कैंसर पर हुई चर्चाबांग्लादेश की मौलाना भशानी साइंस एंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी में बायोटेक्नोलॉजी और जेनेटिक इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ। केएम कादरी ने कैंसर बायोलॉजी, डायबिटीज और बायोरेमेडिएशन जैसे सब्जेक्ट्स पर चर्चा की। यह माना गया कि दोनों यूनिवर्सिटीज सभी स्तर पर रिसर्च में गहरी रुचि और शिक्षा, बायोटेक्नोलॉजी उन्नति में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता रखती हैं।जल्द साइन होगा एमओयू
दोनों यूनिवर्सिटीज के सचिवों ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) के लाभों पर चर्चा की। इसमें डुअल डिग्री प्रोग्राम, स्टूडेंट्स, फैकल्टी और रिसर्च से जुड़े सहयोग शामिल हैं। एमबीएसटीयू के रजिस्ट्रार डॉ। तौहीदुल इस्लाम ने भी जल्द ही दोनों यूनिवर्सिटीज के बीच जल्द समझौता ज्ञापन का इरादा व्यक्त किया। बैठक में बायोटेक्नोलॉजी के एचओडी प्रो। राजर्षि कुमार गौड़, आरडीसी डायरेक्टर प्रो। दिनेश यादव, आईएएनएस डायरेक्टर प्रो। शरद कुमार मिश्र, प्रो। मनीष श्रीवास्तव, डॉ। गौरव सिंह और डॉ। पवन ने हिस्सा लिया।

Posted By: Inextlive