सभी विभागों का निरीक्षण और वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन काफी मुश्किल था. हमारा प्रयास रहा कि हम वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन करें. ना की नकारात्मक. हमें पूरा विश्वास है कि जब अगली टीम आएगी तो प्रदर्शन और बेहतर होगा.


गोरखपुर (ब्यूरो)।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। मैं चाहता हूं कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी भारत के बेहतरीन यूनिवर्सिटी में हो। यह बातें डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में नैक मूल्यांकन के लिए आई पियर टीम के चेयरमैन प्रो। रमेश चंद्रा ने एग्जिट मीटिंग में कहीं। एग्जिट मीटिंग से समापन


नैक पियर टीम की तीन दिवसीय विजिट शनिवार को पूरी हो गई। सुबह चेयरमैन प्रो। रमेश चंद्र और सभी मेंबर्स ने चांसलर गार्डन में पौधरोपण किया। इसका औपचारिक समापन कमेटी हॉल में एग्जिट मीटिंग के साथ हुआ। इसमें टीम के चेयरमैन प्रो। रमेश चंद्रा ने नैक मूल्यांकन की रिपोर्ट वीसी प्रो। राजेश सिंह को सौंपी। इस अवसर पर नैक टीम के प्रो। संजीव भानावत, प्रो। सुभाष चंद्रा रॉय, प्रो। स्वाति सेरेकर और प्रो। वंदना पूनिया के यूनिवर्सिटी के सभी ऑफिशियल्स मौजूद रहे। टीम मेंबर्स को धन्यवाद देते हुए, वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि चेयरमैन प्रो। रमेश चंद्रा के व्यापक अनुभव ने पियर टीम की विजिट को प्रभावशाली, आलोचनात्मक और रचनात्मक बनाया।सीएम से हुई उच्च शिक्षा पर चर्चा

नैक मूल्यांकन के लिए आई पियर टीम की सीएम योगी आदित्यनाथ से औपचारिक मुलाकात गोरखनाथ मंदिर में हुई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के भविष्य को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। एग्जिट मीटिंग को लेकर प्रो। चंद्रा ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ से विज्ञान से लेकर उच्च शिक्षा तक विस्तार से चर्चा हुई। वह प्रदेश में उच्च शिक्षा को लेकर बहुत ही सकारात्मक हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही सीएम योगी से मिलकर उच्च शिक्षा के बारे में एक विस्तृत प्लान साझा करेंगे।

Posted By: Inextlive