यूनिवर्सिटी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं
-डीडीयूजीयू कैंपस में होने वाले मारपीट की घटना पर यूनिवर्सिटी प्रशासन सख्त
-यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने वाले छात्र और छात्राओं से निपटने के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड की बनी टीम GORAKHPUR: डीडीयूजीयू कैंपस व हॉस्टल में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर किसी स्टूडेंट की शिकायत आई तो उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। न सिर्फ छात्र-छात्राओं को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा, बल्कि वह छात्रसंघ चुनाव में भी शामिल नहीं हो सकेगा। इसके लिए प्राक्टोरियल बोर्ड की तरफ से कवायद शुरू कर दी गई है। शिकायतों को बाद लिया फैसलातमाम शिकायतें प्राक्टोरियल ऑफिस और रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंच रही है। कोई ऐसा दिन नहीं है जब छात्र व छात्राएं एक दूसरे के खिलाफ शिकायत लेकर न पहुंच रहे हो। इन तमाम शिकायतों व पुरानी घटनाओं को देखते हुए रजिस्ट्रार अशोक कुमार अरविंद ने कैंपस में पूरी तरह से अनुशासन बनाए रखने का आदेश जारी किया है। वहीं, चीफ प्राक्टर प्रो। सतीश चंद्र पांडेय ने छात्रों के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड के पुरुष सदस्यों को नियुक्त किया है। जबकि, छात्राओं की मानिटरिंग के लिए महिला सदस्याओं को नियुक्त किया है। दोनों टीम छात्र-छात्राओं की हर एक गतिविधियों पर नजर रखेगी। इनके विरुद्ध पूरी रिपोर्ट तैयार करेंगे। हर एक स्टूडेंट्स अलग से फाइल बनाई जाएगी। इस आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
केस वन घटना स्थल - कला संकाय भवन डेट - 18 नवंबर टाइम - सुबह 10.40 बजे डीडीयूजीयू के महारानी लक्ष्मी बाई गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली बीए थर्ड ईयर की तीन स्टूडेंट प्रेम प्रसंग के चक्कर में आपस में भिड़ गई थी। इन तीनों के घटना के बाद से कैंपस और हॉस्टल में जबरदस्त चर्चा होती रही। यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार छात्राएं आपस में मारपीट की शिकायत लेकर आई थी। इस घटना की निंदा करते हुए चीफ प्राक्टर प्रो। सतीश चंद्र पांडेय ने तत्काल प्रभाव से तीनों को निलंबित करते हुए हास्टल से बाहर निकाल दिया। केस टू घटना स्थल - सेंट्रल लाइब्रेरी डेट - 9 नवंबर टाइम - दोपहर 1.30 बजेडीडीयूजीयू के बीए सेकेंड ईयर स्टूडेंट योगेश प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के रेगुलर स्टूडेंट हैं। योगेश द्वारा कैंट थाने में दर्ज कराए गए रिपोर्ट में बताया कि वह 9 नवंबर को दोपहर 1.30 बजे सेंट्रल लाइब्रेरी पढ़ने जा रहे थे। तभी बीए सेकेंड ईयर के स्टूडेंट नागेश्वर सिंह व अरुण वर्मा ने मारना पीटना शुरू कर दिया। इस मारपीट में योगेश के सिर, हाथ, मुंह और सीने में गंभीर चोट लगी थी। इस मामले में कठोर कार्रवाई करते हुए चीफ प्राक्टर प्रो। सतीश चंद्र पांडेय ने दोनों आरोपी स्टूडेंट्स को निलंबित कर दिया था।
वर्जन कैंपस और हॉस्टल में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जो भी छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू छात्र-छात्राओं पर नजर रखने के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम काम कर रही है। जो भी कैंपस और हॉस्टल में माहौल खराब करेगा। उसे निलंबित कर दिया जाएगा। प्रो। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्राक्टर, डीडीयूजीयू