सेंट्रल गवर्नमेंट ने न्यू ईयर की पूर्व संध्या पर कपड़ा कारोबारियों को बड़ी राहत दी है. कपड़े पर जीएसटी 5 परसेंट ही लगेगा. लगातार कपड़ा व्यापारियों के विरोध के चलते शुक्रवार को सरकार ने कपड़े पर बढ़ी जीएसटी दर वापस ले ली है. अभी जूते पर 12 प्रतिशन जीएसटी लागू रहेगा. सिटी के अलीनगर रेतीचौक गोलघर असुरन के व्यापारियों ने सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिए की है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने वीडियो जारी कर कहा कि सरकार ने कपड़े पर जीएसटी वापस लिया है। जूते की लिए सरकार से आग्रह किया है कि वह भी वापस किया जाए। बता दें, कपड़े पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगने से कपड़े महंगे होते, पर अब जीएसटी वापस होने पर कपड़ा महंगा नहीं होगा। महंगे सिर्फ जूते होंगे। काली पट्टी बांधकर किया था विरोधगुरुवार को जीएसटी के विरोध में करीब आंधे घंटे तक 120 थोक व्यापारियों ने काली पट्टी बांधकर अपनी दुकानों से विरोध किया। चेंबर ऑफ टेक्सटाइल्स के अध्यक्ष राजेश नेभानी ने बताया कि रोटी कपड़ा और मकान जीवन की आधारभूत आवश्यकता है। नौकरशाहों की सलाह पर 5 से बढ़ाकर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाना उचित नहीं है। उनका कहना है कि छोटे-छोटे व्यापारियों का कोविड के चलते दुकाने पहले से बंद है। वर्जन
सबसे पहले सरकार के साथ-साथ पूर्व वित्त मंत्री, राज्यसभा सांसद श्रीप्रकाश शुक्ला का आभार व्यक्त करता हूं कि गोरखपुर के व्यापरियों की बात सुनी और राज्यसभा में आवाज उठाया। जीएसटी वापस होने से व्यापारियों के साथ-साथ आमजन का फायदा होगा। बलराम अग्रवाल, जिलाध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल


जीएसटी वापस हाने से कपड़े महंगे नहीं होगे। सरकार के इस कदम से कपड़े व्यापारियों ने खुशी जाहिर की है और सरकार को धन्यवाद भी दिया है। यह फैसला सभी के हित में है।- सुरेश कुमार सुदरानिया, महानगर अध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल

Posted By: Inextlive