'यहां एटीएम कार्ड से पेमेंट होता है'
- मार्केट में 100 रुपए नोट की क्राइसिस होने के बाद छाई मंदी को दूर करने के लिए व्यापारियों ने उठाया कदम
- कई शॉप्स में लगाई जा रही है स्वैप मशीनGORAKHPUR: 500 और 1000 की नोट क्या बंद हुई, मार्केट में मानों लोगों ने अपना धंधा बंद कर दिया। जहां भी पब्लिक जा रही है, 500 और हजार के नोट होने की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। इस वजह से जहां जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर व्यापारी भी चाहकर अपना माल नहीं बेच पा रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से जूझ रही इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए आखिरकार व्यापारियों ने मार्केट और जमाने के साथ कदम मिलाकर चलना शुरू कर दिया है। गोलघर से लेकर रेती तक सभी मार्केट में अब व्यापारियों ने स्वैप मशीन लगाकर पेमेंट की व्यवस्था कर दी है, इससे न सिर्फ उनकी मंदी दूर होने लगी है, बल्कि लोगों को भी राहत मिल रही है।
एक हफ्ते से कारोबार ठपव्यापारियों की मानें तो नोट बंद होने के बाद पिछले एक हफ्ते से उनका कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। रोजाना उनकी जो सेल थी, वह नोटबंदी के बाद 30 परसेंट पर आकर सिमट चुकी है। अब हर कोई मार्केट में पहुंचकर पुराना नोट ही चलाने की जुगत में लगा है, इसकी वजह से उन्हें वापस लौटाना पड़ रहा है। इसकी वजह से पिछले एक हफ्ते में सेल पर काफी बुरा असर पड़ा है। इसको देखते हुए उन्होंने एटीएम स्वैप मशीन परचेज की है, जिसकी मदद से कम से कम उनकी सेल 40 से 50 परसेंट बढ़ गई है। दुकान में स्वैपमशीन के थ्रू पेमेंट की व्यवस्था देखते हुए आसपास के व्यापारियों ने भी स्वैप मशीन लगाना शुरू कर दिया है। इससे लोगों को फुटकर के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है, वहीं आसानी से उन्हें सामान भी मिल जा रहा है।
दो हजार की नोट से राहत नहींमार्केट में इन दिनों काफी तादाद में दो हजार रुपए के नोट आ चुके हैं, लेकिन गोरखपुराइट्स को इससे कोई फायदा होता नहीं नजर आ रहा है। दो हजार का नोट लेकर जब लोग मार्केट में पहुंच रहे हैं, तो वहां उन्हें दोबारा प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। पहले तो उन्होंने अगर 300-400 का सामान लिया है, तो उन्हें 1600 रुपए लौटाने में व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इसकी वजह से व्यापारी अब 2000 का नोट लेने से भी इनकार करने लगे हैं। ऐसे में लोगों की मुसीबत 2000 को नोट लेने के बाद भी कम नहीं हो पा रही है।