होता लाखों का आना-जाना पर किसी ने हाल न जाना
- मानबेला और झुगियां एरिया को जोड़ने वाली प्रमुख रोड का बुरा हाल
- डेली करीब डेढ़ लाख लोग गुजरते हैं रोड से, दर्जनों कॉलोनियों के लोगों को परेशानी GORAKHPUR: मानबेला को झुंगिया से जोड़ने वाला और दर्जनों कॉलोनियों के लोगों को अन्य कॉलोनियों तक पहुंचाने वाला रोड की हालत ऐसी है कि रोड़े ही रोड़े नजर आते हैं। रोड पर पड़े रोड़ों की वजह से लोगों की राह तो मुश्किल हो ही रही है, हादसे भी हो रहे हैं। नगर निगम इस रोड को अवस्थापना निधि से बनाने की बात करता है लेकिन रोड निधि से होने वाले कार्यो में शामिल नहीं हो पाती। जिम्मेदारों की गलती से अब भी अवस्थापना निधि के कार्यो में इस रोड का चयन नहीं हो सका है। बढ़ा है आवागमनबताते हैं कि पहले यह रोड केवल मोहल्ले वालों के लिए थी लेकिन जबसे नकहा ओवरब्रिज बना है, इस पर आवागमन भी बढ़ गया है। अब महराजगंज की तरफ से आने वाले लोग इसी रोड से होकर जेल बाइपास पर जाते हैं और वहां से सीधे ओवरब्रिज पर चढ़ जाते हैं। वहीं गोरखनाथ से मेडिकल कॉलेज, महराजगंज या पिपराइच की तरफ जाने वाले लोग भी इसी रास्ते से जाते हैं। इस तरह कम से कम एक से डेढ़ लाख लोग रोज इस रास्ते से होकर गुजरते हैं लेकिन इसका हाल जानने वाला कोई नहीं है।
इस एरिया के लोग गुजरते हैं रोड से मोहल्ला जनसंख्या करीम नगर 2000 इंद्रप्रस्थ कॉलोनी 3000 रेल बिहार 5000 राप्तीनगर-4 10000 बरफखाना 2000 जंगल महुआ 3000 हमीदपुर 1000 फत्तेपुर 1500मानबेला 3000
झुंगिया 2000 कॉलिंग रोड खराब होने से बहुत अधिक परेशानी होती है, इसके लिए एक नहीं बल्कि कई बार नगर निगम के अधिकारियों को कंप्लेन किया जा चुका है। लेकिन हर बार केवल आश्वासन मिलता है। तीन साल से रोड गड्ढों में बदल गई है। चंदू पासवान, पार्षद प्रतिनिधि, वार्ड नं 9 चरगांवा स्थिति यह है कि तीन किमी लंबी इस रोड पर गिट्यिों की वजह से रोज तीन-चार लोग गिरकर घायल होते हैं। रात में हालत यह होती है कि यदि आस-पास के लोग हेल्प न करें तो रोड पर गिरने वाले यूं ही पड़े रहेंगे। - महेंद्र प्रताप सिंह, रिटायर्ड रेलकर्मी वर्जन