कचहरी पहुंची पुलिस, मची अफरातफरी
- जाली स्टाम्प की सूचना पर पुलिस ने की कार्रवाई, एक वेंडर हिरासत में
- जिला जज के आदेश पर हरकत में आई पुलिस GORAKHPUR: दीवानी कचहरी में फर्जी स्टाम्प का मामला सामने आने के बाद मंगलवार को पुलिस ने कार्रवाई की। जैसे ही पुलिस कचहरी पहुंची, वेंडर दुकानें बंद कर भागने लगे। इस बीच पुलिस ने एक वेंडर को हिरासत में लिया है। जनपद न्यायाधीश सीके कुलश्रेष्ठ के आदेश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। पुलिस का कहना है कि वेंडर के पास से मिले स्टांप, टिकट की जांच कराई जा रही है। फर्जीवाड़ा मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। न्यायाधीश ने पकड़ा था मामलासिविल कोर्ट में फर्जी स्टांप, कोर्ट फीस टिकट, अधिवक्ता कल्याण निधि टिकट में गड़बड़ी शिकायत अधिवक्ताओं ने जनपद न्यायाधीश से की थी। कार्रवाई के लिए जनपद न्यायाधीश ने डीएम को पत्र अग्रसारित कर दिया था। इस बीच एक लघुवाद न्यायाधीश की कोर्ट में एक गलत स्टांप लगने की बात सामने आई। 15 नवंबर को उन्होंने चीफ ट्रेजरी अफसर को स्टांप की जांच के लिए भेज दिया। सीटीओ ने स्टांप के फर्जी होने के साथ ही वेंडर रविदत्त को स्टांप न जारी किए जाने की जानकारी दी। लघुवाद न्यायाधीश के आदेश पर कोर्ट के अहलमद ने 21 नवंबर को कैंट थाना में तहरीर दी। वेंडर के बजाय पुलिस ने वादी और अधिवक्ता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
पुलिस की छानबीन, बंद मिलीं दुकानें वादकारी और अधिवक्ता पर केस दर्ज होने की जानकारी मिलने पर अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने जिला जज से मुलाकात की। तब पुलिस ने वेंडर के खिलाफ केस दर्ज किया। जनपद न्यायाधीश ने सिविल कोर्ट परिसर में दुकान चला रहे सभी स्टांप वेंडर को अपने लाइसेंस के साथ आवेदन करने और शुल्क जमाकर बैठने को कहा। वर्जन फर्जी स्टांप पेपर बेचने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर मंगलवार को जांच पड़ताल की गई। इस दौरान एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। - अभय कुमार मिश्र, सीओ, कैंट