बीच शहर खुलेआम बिकती रही 'लैला'
- नकली शराब के असली कारोबार का भांडा फूटा
- रेक्टीफाइड स्प्रिट से बनाई जा रही थी देसी शराब GORAKHPUR: गोरखनाथ एरिया के रामजानकी नगर, पार्वतीपुरम में गुरुवार को दोपहर नकली शराब की अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई। एसपी सिटी की अगुवाई में तिवारीपुर और गोरखनाथ थानों की फोर्स ने दबिश देकर कार्रवाई की। मकान के भीतर चल रही फैक्ट्री से 640 लीटर रेक्टीफाइड स्प्रिट, 21 गत्तों में तैयार करके रखी गई नकली शराब, खाली शीशियां, होलोग्राम, गैलन और भारी मात्रा में ढक्कन बरामद करते हुए दो लोगों को अरेस्ट किया। चेकिंग में मिला था सुरागतिवारीपुर एरिया में बुधवार की रात हाबर्ट बंधे पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने एक पिकअप को रोककर तलाशी ली। गैलन में भरा हुआ रेक्फिाइड स्प्रिट देखकर पुलिस चौंक गई। स्प्रिट लेकर जा रहे युवकों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी। दोनों की पहचान सहजनवां एरिया के देवापार निवासी अमित शर्मा और झंगहा के अमहिया निवासी विकास सिंह के रूप में हुई। दोनों ने बताया कि वह लोग स्प्रिट से नकली देसी शराब बनाकर बाजार में बेचते हैं। फैक्ट्री चलाने के लिए रामजानकी नगर मोहल्ले में किराए पर मकान लिया है।
भरी दोपहरी पहुंची पुलिस फोर्समकान में अवैध शराब की फैक्ट्री चलने की सूचना पर एसपी सिटी ने टीम गठित की। उनकी अगुवाई में तिवारीपुर और गोरखनाथ थानों की फोर्स ने मकान घेर लिया। भीतर जाने पर पुलिस दंग रह गई। वहां बड़े पैमाने पर नकली शराब बनाने का खेल चल रहा था। देसी शराब की फेमस ब्रांड लैला और मिस्टर लाइम बनाने के लिए भारी मात्रा में सामान रखा गया था। कमरों में नकली शराब बनाने का उपकरण, होलोग्राम, शीशी, रैपर, ढक्कन और प्रतिबंधित स्प्रिट की बरामदगी हुई।
झारखंड में रहते हैं मकान मालिक नकली फैक्ट्री में छापा डालने के बाद पुलिस ने मकान मालिक की तलाश शुरू की। तब पता लगा कि झारखंड में सरकारी नौकरी करने वाले मकान मालिक परिवार के साथ वहीं रहते हैं। एक परिचित को उन्होंने मकान की देखभाल करने को कहा था। परिचित ने ही मकान को किराए पर उठा दिया। किराए पर मकान लेने वाले नकली शराब का कारोबार करने लगे। देसी शराब की खाली शीशी बाजार से खरीदकर कारोबारी उसमें स्प्रिट की शराब बनाकर बेचने लगे। पुलिस ने आशंका जताई कि देसी शराब की दुकानों पर ही नकली शराब खपाई जा रही है। कम कीमत में नकली शराब खरीदकर ठेकेदार आसानी से उसको बेच दे रहे हैं। कहां से आई स्प्रिटरेक्टिफाइड स्प्रिट जानलेवा होती है। इसके असर से बॉडी के पार्ट्स डैमेज होने का खतरा होता है। एक लीटर स्प्रिट से तीन लीटर से अधिक शराब बनाई जा सकती है। हालांकि रेक्टिफाइड स्प्रिट की बिक्री बाजार में प्रतिबंधित है। बावजूद इसके अवैध शराब के कारोबारियों तक वह पहुंच जा रही है। पुलिस का कहना है कि इसकी सप्लाई अंग्रेजी शराब बनाने वाली फैक्ट्रियों को होती है। वहीं से यह बाजार में पहुंच रही है।
अवैध शराब के कारोबार की जांच- पड़ताल की जा रही है। दो लोगों को अरेस्ट किया गया है जिनसे पूछताछ में कई बातें सामने आई हैं। उसके आधार पर पुलिस काम कर रही है। - हेमराज मीणा, एसपी सिटी