- झंगहा एरिया में ट्रक चालक से लूटी थी नकदी

- क्राइम ब्रांच और झंगहा पुलिस ने किया गिरफ्तार

GORAKHPUR: झंगहा एरिया में ट्रक ड्राइवर से तमंचा दिखाकर कैलाश ढाढ़ी और उसके सहयोगी उपवन सिंह ने लूटपाट की थी। 27 अक्टूबर की रात हुई इस घटना में शामिल दोनों शातिर बड़े टारगेट की तलाश कर रहे थे। वह दोनों किसी नई वारदात को अंजाम देते, इसके पहले शनिवार को क्राइम ब्रांच और झंगहा पुलिस ने उनको दबोच लिया। यह खुलासा रविवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में प्रभारी एसएसपी हेमराज मीणा ने किया। बताया कि शातिर कैलाश ढाढ़ी आपराधिक मुकदमों का अ‌र्द्धशतक लगाने की तैयारी में था।

तलाश रही थी पुलिस

शहर से सटे इलाकों में लूटपाट की वारदातों में शामिल बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही थी। शनिवार की दोपहर झंगहा एरिया के दुबियारी में दो बदमाशों के एक्टिव होने की सूचना क्राइम ब्रांच को मिली। क्राइम ब्रांच के सीआईयू प्रभारी अनिल उपाध्याय ने झंगहा के एसओ राजेश मिश्र की मदद मांगी। फोर्स लेकर प्रभारियों ने जांच पड़ताल शुरू कर दी। वाहन चेकिंग होने पर बाइक सवार दो बदमाशों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उनको पकड़ लिया। उनके पास से एक बाइक, 47 सौ रुपए नकदी, एक तमंचा और चार कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में एक की पहचान बांसगांव एरिया के घईसरा निवासी कैलाश ढाढ़ी और दूसरे की पहचान उपवन सिंह उर्फ जानू सिंह के रूप में हुई।

जेल से छूटकर बनाने लगा गैंग

पुलिस ने दावा किया कि लूट की कई वारदातों में शामिल रहा कैलाश तीन माह पहले जेल से छूटा है। उसके जेल जाने के बाद से पूरा गैंग ध्वस्त हो गया था। इसलिए जमानत मिलने पर उसने दोबारा गैंग बनाना शुरू कर दिया। खर्च चलाने के लिए छोटी-मोटी लूटपाट करने लगा। गोरखपुर, महराजगंज, संतकबीर नगर सहित कई जिलों के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ पहले से की करीब 45 मुकदमे दर्ज हैं। हाल के दिनों में वारदातें कर वह मुकदमों का अ‌र्द्धशतक बनाना चाहता था। उसके सहयोगी उपवन सिंह उर्फ जानू के खिलाफ भी कैंट, गुलरिहा, खोराबार थानों में आठ से अधिक मामले दर्ज थे। कैलाश और उसके साथी की गिरफ्तारी में शामिल एसओ झंगहा राजेश मिश्रा, एसआई अनिल कुमार उपाध्याय, शेषनाथ यादव, कांस्टेबल मार्कडेय तिवारी, सत्य प्रकाश वर्मा, करुणापति तिवारी, राकेश यादव की टीम को एसएसपी ने पांच हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की।

वर्जन

कैलाश ढाढ़ी काफी शातिर बदमाश है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। जेल जाने के बाद उसका पूरा नेटवर्क टूट गया था। छूटने के बाद वह फिर से नए लोगों के साथ मिलकर गैंग तैयार करने लगा। खर्च चलाने के लिए किसी को भी लूटने लगा था। झंगहा में ट्रक ड्राइवर को तमंचा सटाकर उसने लूटपाट की थी।

- हेमराज मीणा, प्रभारी एसएसपी

Posted By: Inextlive