Gorakhpur News: आप का बेटा रेप में फंस गया है..बचाना है तो थाने पहुंचो
गोरखपुर (ब्यूरो)। फोन पर अनावश्यक बातों में न उलझे। पहले अपने बेटे और घरवालों से बात करें। पुलिसवाले की धमकी के भय से कोई भी कदम उठाने से पहले नजदीकी पुलिस थाने को इसकी सूचना दें। जरा सी चूक करने आपका बड़ा नुक्सान करा सकती है। फोन पर जालसाजी करने के लिए साइबर ठगों ने अब यह नया पैंतरा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। पहले वीडियो कॉल पर अनजान लड़की का फोन आना और उसके झांसे में आकर अपनी फोटो पोस्ट करने के बाद ब्लैकमेल होने के मामलों में कई लोग लाखों रुपये गंवा चुके हैं। अब जालसाज पुलिसवाला बनकर बेटे के रेप में फंसने की बात कहकर लोगों को फोन कर रहे हैं।
सोमवार को तारामंडल निवासी संजय पांडेय के फोन पर व्हाट्सएप पर कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस इंसपेक्टर बताते हुए कहा कि आपका बेटा रेप में फंस गया है। पुलिस ने उसकी बहुत पिटाई की है। बचाना है तो थाने पहुंचो। इसके बाद फोन कट गया। यह सुनते ही फैजाबाद में एक सरकारी विभाग में बैठे अधिकारी संजय पांडेय सन्न रह गए। उन्होंने गोरखपुर स्थित अपने घर फोन किया तो पता चला कि बेटा कोचिंग के लिए गया है। बेटे से भी बात नहीं हो पा रही थी।
परेशान संजय ने अपने रिश्तेदार को दी जानकारी हैरान-परेशान संजय पांडेय ने गोरखपुर में अपने एक रिश्तेदार को फोन कर इसकी जानकारी दी। रिश्तेदार ने समझाया कि वे परेशान न हो। पुलिसवाले का फिर फोन आए तो उससे कोई बात न करें। इस बीच रिश्तेदार ने कोचिंग में पहुंचकर उनके बेटे से उसके पिता से बात कराई। बेटे से बात करने के बाद पिता की जान में जान आयी। संजय पांडेय ने बताया कि फोन करने वाले ने अपनी डीपी में पुलिस अधिकारी की फोटो लगाई थी। अचानक इस तरह का फोन आने पर वे घबरा गए। पुलिसवाले ने दो बार और फोन किया, लेकिन उन्होंने फिर काल नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर आने पर वे पुलिस को तहरीर देंगे।गौरतलब हो कि इससे पहले भी महानगर के तिवारीपुर में पुलिसवाला बनकर बेटे को रेप केस से रिहा करने के नाम पर एक जालसाज ने एक व्यक्ति से 4.70 लाख रुपये की जालसाजी की थी। पीडि़त पिता की तहरीर पर तिवारीपुर थाने की पुलिस ने अज्ञात जालसाज पर आईटी एक्ट और जालसाजी की धारा में मुकदमा दर्ज किया था।
पब्लिक को अवेयर करने के लिए कार्यशाला कराई जाती है। अगर मोबाइल और व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से कॉल आए तो अलर्ट रहने की जरूरत है। सोशल मीडिया के माध्यम ये भी लोगों को जागरूक किया जाता है। सुधीर जायसवाल, एसपी क्राइम