नौकरी प्रशिक्षण और रिसर्च की पढ़ाई के लिए अकेली लड़कियों को अपने घर परिवार से अलग होकर सिटी के किसी कोने में कमरा लेकर रहना होता है. इन अकेली लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए गोरखपुर नगर निगम 100 महिलाओं की क्षमता का यंग वुमेन हास्टल का निर्माण करेगा. इस हास्टल का निर्माण सहारा इस्टेट के पास स्थित नगर निगम की 105 डिसमिल यानी 45780 वर्गफीट जमीन पर होगा. इस हास्टल में कामकाजी महिला के साथ उसके बच्चों को रहने की परमिशन मिलने की भी संभावना है.

तैयार हुआ डीपीआर

नगर निगम की कार्यदायी संस्था सीएनडीएस (कंट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विस) ने इसकी डीपीआर तैयार की है। जिसके मुताबिक परियोजना पर 27.51 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लेकिन अब इसका प्रस्ताव शासन में मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना मद योजना के तहत भेजा गया है। परियोजना में 27.51 करोड़ खर्च होंगे, उम्मीद है कि यह पूरी धनराशि योजना मद से मिल जाएगी।

सीएम का अहम कदम


उधर, हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ। अनिता अग्रवाल ने इसे महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अहम कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि ज्ञान और विकास की नगरी बनने को अग्रसर गोरक्षनगरी में काफी दूर दराज से महिलाएं अध्ययन एवं कामकाज के लिए परिवार से दूर रहती है। यंग वुमन हास्टल में उन्हें सुरक्षित वातावरण मिलेगा। उनकी तथा उनके परिजनों की चिंता कम होगी।

बहुमंजिली इमारत


सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर विवेक गुप्ता के मुताबिक 100 महिलाओं की क्षमता का भूतल, पहला तल एवं दूसरे तल का बहुमंजिला भवन हास्टल बनेगा। इसके अलावा कार्यालय, मेस, टॉयलेट, वॉशरूम, पार्किंग एवं ग्रीनबेल्ट एवं चाहरदीवारी का निर्माण होगा। हास्टल 60 फीसदी सिंगल एवं 40 फीसदी डबल सीटर होंगे। यंग वुमेन हास्टल का संचालन संचालन रेंटल मोड में होगा। बैडमिंटन कोर्ट, कैंटीन, डायनिंग हॉल, रिसेप्शन भी बनेगा।

Posted By: Inextlive