बीपी की जांच कराने जा रहे हैं तो आधे घंटे पहले मोबाइल को दूर रख दें. ऐसा न करने पर ब्लड प्रेशर में आने वाली रीडिंग 8 से 25 परसेंट तक ज्यादा आ सकती है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ रिसर्च की ओर से यह चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही बीपी की जांच से 30 मिनट पहले शारीरिक व्यायाम और धूम्रपान भी वर्जित किया गया है। यूज के हिसाब से बीपीबीआरडी मेडिकल कॉलेज मेडिसीन विभाग के प्रो। राजकिशोर सिंह ने बताया कि रिसर्च में सामने आया है कि दिन में एक व्यक्ति जितनी ज्यादा देर मोबाइल यूज करता है, उसका ब्लड प्रेशर उतना अधिक बढ़ता है। यदि कोई व्यक्ति लगातार आधा घंटे मोबाइल चलाता है तो उसका बीपी 8 परसेंट, एक से दो घंटे चलाने पर 13 परसेंट और 6 घंटे तक मोबाइल यूज करने पर बीपी 25 परसेंट तक बढ़ सकता है। होती कई बीमारियां


डॉ। सिंह ने बताया कि हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। इसके अक्सर लक्षण नहीं होते, लेकिन यह हार्ट रोग और स्ट्रोक के लिए एक बड़ा जोखिम है। बीपी बढऩे से हार्ट, किडनी, दिमाग, आंख का पर्दा, नसों आदि को प्रभावित करता है। मेडिकल कॉलेज मेडिसीन विभाग की ओपीडी में सबसे ज्यादा यंगस्टर बीपी से पीडि़त होकर आते हैं। इनका एजग्रुप 20 से 30 साल है। उन्होंने बताया कि 7 से 8 मरीजों में एक मरीज बीपी का शिकार हो रहे है। ये भी हैं खतरे

- स्क्रीन टाइम ज्यादा होने से चिड़चिड़ापन बढ़ता है- मोबाइल व डिसप्ले डिवाइस के अधिक प्रयोग से आंखें कमजोर होती हैं - एक जगह स्थिर बैठने से तनाव, मोटापा, बेचैनी, हार्मोनल संतुलन बिगड़ता है- समय से नींद न आने की भी होती है शिकायत- लाइफ स्टाइल में होते हैं खतरनाक बदलाव हमें इसके बारे में जानकारी नहीं थी कि मोबाइल यूज करने से बीपी बढ़ता है। अब जानकारी होने के बाद बच्चों को मोबाइल से दूर रखेंगे। सुप्रिया द्विवेदीमेरा बच्चा बिना मोबाइल के खाना नहीं खाता है और गेम देखता है। मना करने पर नाराज हो जाता है। अब इसके बारे में पता चला है तो इससे छुटकारा दिलवाया जाएगा। रमा पांडेय मेरे लिए तो चैलेंज है क्योंकि घर के सभी मेंबर्स खाली टाइम में मोबाइल पर लगे रहते हैं। इससे दिक्कत आती है। अब इससे छुटकारा पाने के लिए अवेयर किया जाएगा। निधि राय मेरा बेटा मोबाइल पर लगा रहता है, इसलिए उसकी नींद पूरी नहीं हो पाती है। मोबाइल यूज करने से मना करने पर नाराज हो जाता है। अब इससे दूरी बनाने का प्रयास किया जाएगा। प्रतिमा सिंह

मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से शारीरिक और मानसिक सक्रियता सीमित हो जाती है। इसीलिए अस्पताल आने पर मरीज को कुछ देर शांति से बैठाते हैं, ताकि बीपी की सही रीडिंग मिले।डॉ। राजकिशोर सिंह, मेडिसीन विभाग बीआरडीनंबर गेम20से 30 साल के एज ग्रुप में काफी तेजी से बढ़ रही बीमारी8की जांच में एक मरीज में पाई जा रही बीमारी30मिनट मोबाइल चलाने पर आठ परसेंट बढ़ती है बीपी02घंटे मोबाइल चलाने पर 13 परसेंट अधिक धड़कता है दिल06घंटे तक मोबाइल यूज करने पर 25 परसेंट तक बढ़ती है बीपीरिसर्च में खुलासाडिजिटल हेल्थ नामक यूरोपियन हार्ट जर्नल में एक स्टडी हुई। इसमें मोबाइल और हाई ब्लड प्रेशर के बीच कनेक्शन का पता लगाया गया। इस में फोन कॉल, जेनेटिक कारक और हाइपरटेंशन के नए कारणों पर रिसर्च किए गए। इस अध्ययन में 212046 लोगों ने हिस्सा लिया, जो एक बड़े पैमाने पर रिसर्च थी। इस अध्ययन में मोबाइल फोन कॉल और हाइपरटेंशन के बीच काफी संबंध पाए गए। इतना ही नहीं स्टडी में यह भी पाया गया कि एक हफ्ते में 30 मिनट से ज्यादा फोन पर बात करना हाई ब्लड प्रेशर विकसित होने के खतरे को बढ़ा देता है।इसमें अभी राहत
मोबाइल फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फिल्ड पर भी कई बार रिसर्च किए जा चुके हैं। हालांकि, मोबाइल से निकलने वाली ये इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड एक्स रे रेडिएशन से काफी कमजोर होती है। रिसर्च में अभी तक कुछ क्लियर तो नहीं हो पाया है। हालांकि, इसे भी एक खतरे के रूप में देखते हुए बिना जरूरत के फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हालांकि, अभी तक किसी रिसर्च में यह पुष्टि नहीं हो पाई है, कि फोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकती है।नींद की भी होती समस्याजरूरत से ज्यादा स्मार्टफोन का यूज करना भी आपके लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके ज्यादा यूज से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान होने लगता है। नींद से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं और शरीर का वजन भी बढ़ सकता है। ये सभी स्थितियां सीधे आपके ब्लड प्रेशर लेवल पर इफेक्ट डालती हैं।

Posted By: Inextlive