Gorakhpur News: किसान के शव की पढ़ाई कर बनेंगें डॉक्टर
गोरखपुर (ब्यूरो)। 6 फरवरी को ली आखिरी सांसदेहदानकर्ता बृजलाल सहारन का जन्म सन 1967 में ग्राम कालुआना तहसील डबवाली सिरसा हरियाणा में हुआ था। वे पेशे से किसान थे। शव के साथ एम्स गोरखपुर आए उनके एकलौते पुत्र जय कुमार ने बताया कि पिताजी ने 6 फरवरी की शाम 4.20 पर अपने घर पर अंतिम सांस ली। जिसकी सूचना 7 फरवरी को डेरा सच्चा सौदा आश्रम को दी गई। सभी रिश्तेदारों की उपस्थिति में औपचारिकता पूरी कर दिन में 12 बजे एम्बुलेंस से निकला, जहां 8 फरवरी की दोपहर एम्स गोरखपुर पहुंच गया। यहां एनॉटमी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर केएस रवि की मौजूदगी में शव सुपुर्द किया गया।पुत्र जयकुमार ने भी भरा है देहदान का संकल्प
देहदानकर्ता बृजलाल सहारन के एक मात्र पुत्र जयकुमार भी डेरा सच्चा सौदा के भक्त हैं तथा उन्होंने भी देहदान का संकल्प लिया है। 35 वर्षीय जय कुमार अभी पढाई कर रहे हैं जबकि उनकी धर्मपत्नी सरकारी मुलाजिम हैं। जय कुमार ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा आश्रम में ऐसे सैकड़ों भक्त हैं, जिन्होंने देहदान का संकल्प ले रखा है। सीईओ का प्रोत्साहन तीसरा कैडेवर पहुंचा एम्स
एम्स के कार्यकारी निदेशक व सीईओ प्रो। गोपाल कृष्ण पाल के प्रोत्साहन का फल है कि 3 जनवरी को उनके कार्यभार सम्भालने के महज एक माह के भीतर तीसरा कैडेवर (मानव शव) एम्स पहुंच चुका है। अबतक एम्स को 29 शव मिल चुके हैं। जबकि 64 लोगो ने देहदान का संकल्प प्रपत्र भरा है।