Gorakhpur News: घोषणा को बीते दो साल, अब कागजों में स्टेडियम का रिनोवेशन
दोबारा बना डीपीआर
खेलों को बढ़ावा देने के लिए रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम के रिनोवेशन के लिए साल 2022 में बने डीपीआर को कमियां बताकर रद कर दिया गया था। शासन के निर्देश पर राजकीय निर्माण निगम ने दूसरा डीपीआर तैयार किया। इसे शासन से स्वीकृति तो मिल गई है, लेकिन अभी भी कुछ कमियां बताई गई हैं, जिसे दूर करने में जिम्मेदार लगे हुए हैं। इसे लेकर हाल ही में लखनऊ में बैठक भी हुई है। 46 करोड़ से होना कामजून में रीजनल स्टेडियम को हाईटेक बनाने के लिए 46 करोड़ रुपये (4533.94 लाख) की परियोजना को मंजूरी मिली थी। स्टेडियम में इंटरनेशनल लेवल के मानक पर खेल सुविधाओं का विकास किया जाएगा। स्टेडियम के पवेलियन में 2000 दर्शक एक साथ बैठ सकेंगे। इसके अलावा बहुउद्देशीय हॉल बनाया जाएगा, जिसमें हॉकी, हैंडबाल, बास्केटबॉल, टेबल टेनिस व बैडमिंटन की प्रतियोगिताएं हो सकेंगी। ऐसा होगा ग्राउंड
रीजनल स्टेडियम कैंपस 12.32 एकड़ में है। भारतीय खेल प्राधिकरण के मानक के मुताबिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के अगले ग्राउंड पर इंडोर स्पोर्ट्स हॉल बनाया जाएगा। इस हाल में 12 कोर्ट बनाए जाएंगे, जिसमें बैडमिंटन, शार्ट टेनिस, बॉस्केटबाल, जिम्नास्टिक, फुटबॉल, हैंडबॉल, नेटबॉल और वालीबॉल के कोर्ट में तब्दील कर सकेंगे। खेल के हिसाब से नेट की साइज भी बदलने की सुविधा रहेगी। इसके अलावा वेट लिफ्टिंग हॉल जडो हॉल, स्टोर, टॉयलेट, कैफेटेरिया, किचेन, फायर सिस्टम और सीसीटीवी रूम बनेंगे।
फस्र्ट फ्लोर पर इंडोर स्पोर्ट्स हॉल, टेबिल टेनिस, स्नूकर, बिलियर्ड, बॉक्सिंग हॉल स्टोर, लाइब्रेरी, कांफ्रेंस रूम, टॉयलेट का निर्माण होगा। सैकेंड फ्लोर पर पर इंडोर स्पोर्ट्स हॉल, 420 लोगों की क्षमता का बहुउद्देशीय हॉल, आरएसओ ऑफिस, स्टॉफ ऑफिस, रिकॉर्ड रूम, पीए रूम, डायनिंग स्पेस, टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध होगी। ये सुविधाएं भी
कम्बाइंड मल्टीपरपज स्पोर्ट्स फील्ड पर 400 मीटर की क्षमता का ओवेल शेप पीयूआर टाइप सिंथेटिक एथलेटिक्स टर्फ का निर्माण होगा। जहां फुटबॉल पिच, स्ट्रैडर्ड ट्रैक, लांग एवं ट्रिपल जंप फैसेलिटी, वॉटर जम्प, जेवलिन थ्रो, डिस्क्स थ्रो, हैमर थ्रो, पोल वॉल्ट, शार्टपुट, हाई जम्प फैसेलिटी, स्विमिंग पूल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 70 किलोवाट का सोलर सिस्टम
7000 वर्ग मीटर में आंतरिक सीसी सड़क, 1481.22 वर्ग मीटर में पार्किंग के लिए पेवर ब्लॉक, 244 मीटर आरसीसी ड्रेन, तीन रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगेंगे। 10 केवीए का यूपीएस और 70 किलोवॉट क्षमता का सोलर पॉवर सिस्टम लगेगा। लेन सिस्टम, ईपीबीएक्स सिस्टम, 200 एचपी क्षमता का वीआरवी या वीआरएफ सिस्टम और 119 वर्ग मीटर में इलेक्ट्रिक सब स्टेशन का निर्माण होगा। फैक्ट फाइल
46 करोड़ रुपये लागत
2022 में शुरू हुई थी कवायद
2023 में तैयार हुआ डीपीआर
2024 में जारी हुआ बजट