ईस्ट यूपी के लोगों के लिए राहत की खबर है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में हिंद लैब में वर्तमान समय में एक रेडियोलॉजिस्ट तैनात है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।वह अल्ट्रासाउंड करते हैं। उनकी मानिटरिंग में सीटी स्कैन और एमआरआई का ट्रायल शुरू हो गया है। कुछ पेशेंट्स की जांच की गई है। उनके रिपोर्ट को दूसरे सेंटर पर भेजा गया है। जिसे रिपोर्ट की सटीकता का पता चल सके। इसी हफ्ते के अंत तक सीटी स्कैन और एमआरआई जांच शुरू हो जाएंगी। इन दोनों मशीनों की लागत करीब 17 करोड़ रुपए है। यह मशीनें पिछले सवा दो साल से कमरे में बंद हैं। इसकी वजह है एम्स में रेडियोलॉजिस्ट का न होना। एम्स प्रशासन आज भी रेडियोलॉजिस्ट तलाशने में विफल रहा है। इसको देखते हुए एम्स प्रशासन ने मशीनों के संचालन के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड अपनाने का फैसला किया है। इसके तहत हिंद लैब से एम्स प्रशासन का अनुबंध हुआ है।इसी हफ्ते में शुरू हो जाएगी जांच
बताया जा रहा है कि एम्स में मशीनों का ट्रायल शुरू हो गया है। रिपोर्ट की सटीकता की पहचान की जा रही है। इसके बाद पेशेंट्स की जांच की जाएगी। इसी हफ्ते में सामान्य पेशेंट्स की जांच शुरू हो सकेगी।

Posted By: Inextlive