Gorakhpur News: शादियों का बदल गया ट्रेंड, भा रहा राजाओं-महाराजाओं वाला शाही अंदाज
गोरखपुर (ब्यूरो)। कपल अपनी शादी को राजाओं-महाराजाओं की तरह शाही अंदाज मे रचाकर याद बनाना चाह रहे है। गौर करें तो बीते एक-दो सालों में लोगों के घर-परिवार में भी होने वाली शादियों में बड़ा बदलाव आया है। ये बदलाव मीडिल क्लास से लेकर अपर क्लास तक के शादियों में देखने का मिल रहा है। शादी में भव्य शाही अंदाज के लिए टेक्नोलॉजी का भी जमकर इस्तेमाल हो रहा है।रिर्जाट और होटलों में हो रही शादियों
कुछ साल पहले तक की शादियां लोग अपने घरों से करते थे। इसके लिए सड़क किनारे टेंट लगाने में भी गुरेज नहीं करते थे, जिसमें पूरा कार्यक्रम आसानी से हो जाता था। इसके बाद धीरे-धीरे शादियों में मैरेज हाउस और लॉन के कल्चर की शुरुआत हुई और अब इन दिनों होटल और रिजार्ट का ट्रेंड चल पड़ा है, जहां शादियों के लिए बुकिंग एक-एक साल पहले ही कर लिए जा रहे हैं। सिटी के एक रिजॉर्ट संचालक आयुष सिंह ने बताया कि उनके यहां इस साल की सारी बुकिंग फुल हो चुकी है। अब अगले साल की बुकिंग चल रही है। अलग-अलग तरीकों से हो रही है कपल की एंंट्री
आज की शादियों में ब्राइडल एंट्री एक अहम हिस्सा बन गया है। ऐसे में शादी में आने वाले मेहमान उत्सुकता से दुल्हन की एंट्री का इंतजार करते हैं। अब पहले की तरह दुल्हन की बहनें हाथ पकड़कर स्टेज तक नहीं आती। अब दुल्हन की एंट्री अलग-अलग और कई अनोखे अंदाज में देखने को मिलती है। बारात के सामने और स्टेज पर कभी डांस करते हुए तो कभी शाही अंदाज में दुल्हन की एंट्री का ट्रेंड आ चुका है। इवेंट प्लानर विवेक सिंह ने बताया कि फिल्मी सितारों से प्रेरित होकर अब कपल लक्जरी कैरिज में एंट्री ले रहे हैं। मेटल के कैरिज को फूुलों से सजाया जाता है। इस एंट्री से ब्राइडल को राजकुमारियों वाली फीलिंग आती है। उन्होंने बताया कि पालकी में विदाई से ज्यादा शादी में दुल्हन की पालकी एंट्री हो रही हैं। हालांकि, एंट्री के मामले में दूल्हे भी पीछे नहीं हैं। क्लासिक एंट्री लेने के लिए दूल्हे विटेंज कार को पसंद कर रहे हैं। कपल फोटो-शूट के लिए भी विंटेज कार को लोग पसंद कर रहे हैं।ऑनलाइन ढूंढे जा रहे रिश्ते
अब वो समय बीत चुका है, जब लोग रिश्तेदारों से शादी लायक लड़कों के नाम-पते पूछते थे। इसकी जगह ऑनलाइन प्लेटफार्मों ने ले ली है। मारवाड़ी समाज, कायस्थ समाज, जायसवाल सहित सहित विभिन्न नामों से वाट्सएप और फेसबुक ग्रुप बने हुए है, जहां विवाह योग्य लड़के और लड़कियों के बायोडाटा घूमते नजर आते हैैं। यही से लड़का और लड़की पक्ष के लोग शादी के लिए सीधे संपर्क करते है। सिटी की रहने वाली निहारिका और लखनऊ के रहने वाले अजय की शादी हाल ही में इसी ग्रुप के माध्यम से हुई है। इन्हीं की तरह तमाम ऐसे लोग हैं जिनकी शादियां इन ग्रुपों के माध्यम से हो रही है।बदल चुका है खाने का मेन्यू पहले शादियों में नार्थ इंडियन खाना ही होता था, लेकिन अब शादियों में खाने का मेन्यू आपको पूरी दुनिया की सैर करा देंगे। चाइनीज में चिली पनीर, मंचूरियन, फ्राइड राइस, स्प्रिंग रोल, चिली पोटैटो और इटालियन में पिज्जा, रेड और वाइट सास पास्ता का ट्रेंड तो अब आम बात हो चुकी है। वहीं, साउथ इंडियन, राजस्थानी, पंजाबी, गुजराती खानों के स्टाल आपको भारत भ्रमण करा देंगे। बदल गया है दुल्हन का मेकअप और रूप
शादी में सबकी नजर सबसे ज्यादा दुल्हन पर होती है। मेकअप आर्टिस्ट लक्ष्मी शर्मा ने बताया कि पहले ब्राइडल की आंखों के ऊपर लाल-सफेद बिंदियों से सजावट, बालों में भारी भरकम मांग टीका, आंखों के ऊपर ढेर सारा शैडो, गालों पर रूज-ब्लशर, गले में किराए पर लिए हुए आर्टिफिशियल गहने। बड़े-बड़े दो-तीन हार दुल्हन की पूरी गर्दन ही ढक देते थे और उस पर से जयमाल का भार, लेकिन अब मेकअप में भी बहुत बदलाव आया है। अब दुल्हनें, इतना हैवी मेकअप कराना पसंद नहीं करतीं। सिर्फ सेलेब्रिटी दुल्हनें ही नहीं, आप देखेंगे तो आम लड़कियां भी अपनी शादी में छोटी सी बिंदी, हल्का मांग टीका, पतला काजल लगवाती हैं। कुछ सुर्ख लाल लिपिस्टिक तो कुछ उसमें भी हल्का रंग चुनती हैं। उन्होंने बताया कि पहले शादियां सिर्फ लाल जोड़े में ही होती थी, लेकिन अब डिफरेंट-डिफरेंट रंग के लहंगे ब्राइडल पहन रही हैं। वहीं, दूल्हे में अब घर पर न तैयार होकर पार्लर ही जाकर तैयार हो रहे हैं और ब्राइडल से मैचिंग की ड्रेस ही पहन रहे हैं।प्री वेडिंग शूट का बढ़ गया चलनपिछले कुछ सालों में प्री वेडिंग शूट का चलन भी तेजी से बढ़ा है। इसमें लड़का-लड़की शादी से पहले ही किसी अच्छी सी जगह जाकर, प्रोफेशनल फोटोग्रफरों से अपनी रोमांटिक, मस्ती करते हुए तस्वीरें क्लिक कराते हैं और वीडियो भी बनवाते हैं। वहीं, आजकल की शादियों के कार्ड भी डिजिटल ही बनाकर लोगों को भेजे जा रहे हैै।दूसरे देशों से बुलाए जा रहे कलाकार
पहले शादियों में आर्केस्ट्रा ही एंटरटेनमेंट का माध्यम होता था, लेकिन अब शादियों में विदेशी कलाकारों और डांसर को भी बुलाया जा रहा है। इसमें बैली डांसर की डिमांड सबसे ज्यादा है।