Gorakhpur News: जिंदा को मौत, मरे हुए को जीवित कर देते हैं भू माफिया
गोरखपुर (ब्यूरो) भू माफिया ने मेरे बड़े भाई जो मर चुके हैं, उन्हें जिंदा दिखाकर यह कारनामा किया गया है। यह गुहार एसपी सिटी के पास आए रिटायर्ड टीचर गिरिजेश धर ने प्रार्थना पत्र देते हुए लगाई। चिलुआताल निवासी गिरिजेश ने बताया कि भू-माफिया ने मिलकर फर्जी डाक्यूमेंट तैयार किया और 18 अक्तूबर साल 2023 को उनके मृत भाई की जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ाकर जमीन बैनामा कराई है। एसपी सिटी ने तत्काल इस मामले की जांच कैंट पुलिस को सौंपी। ये बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, गोरखपुर में जिंदा को मार देना और मरे हुए को जीवित कर देना भू माफिया का बांए हाथ का खेल है। जमीन हड़पने के लिए रचते हैं कहानी
जिले में लगातार भू मफिया पर कार्रवाई चल रही है। लेकिन इसके बाद भी इनके कारनामे बार-बार सामने आते रहते हैं। कहीं भी क्रीम जमीन दिखी उसे हड़पने का प्लान भू माफिया रचने लगते हैं। जिले में कई ऐसे भी केस आए हैं, जहां पर भू स्वामी को पता भी नहीं चला है, उसकी जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर जमीन बेच दी गई। इस खेल में भू स्वामी तो परेशान होता ही है, साथ ही सबसे अधिक लॉस जमीन खरीदने वाले का होता है। गलत जमीन में पैसा भी फंस जाता है, दूसरी तरफ मुकदमा दर्ज होने भी डर बन जाता है। मृत दिखा रजिस्ट्री कराई जमीनखोराबार निवासी राम सिंह निषाद ने एसएसपी से शिकायत की है। राम सिंह ने बताया कि उन्होंने भू स्वामी रामकेवल की जमीन पैसे देकर अपनी पत्नी के नाम रजिस्ट्री बैनामा कराई थी। रामकेवल के बड़े भाई और उनके परिवार के लोग उसे 1950 में ही मृत दिखाकर जमीन पर आपत्ति कर रहे हैं। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। जमीन के लिए पिता को कागज में मार दियारामगढ़ताल क्षेत्र के शिवपुर न्यू कालोनी निवासी 55 वर्षीय सुक्खू भारती ने बताया कि उनके सात बच्चे यानी छह बेटे और एक बेटी है। बड़े बेटे प्रदीप के संबंध भू-माफिया से हैं। आरोप है कि प्रदीप ने 15 जुलाई 2020 को पिता सुक्खू को कागजात में मृत घोषित कर अपने सहयोगी रवीन्द्र साहनी के साथ मिलकर रविंद्र की पत्नी साधना और गांव के भोला निषाद को बिना किसी अख्तियार के मुआयदावय कर दिया। कोर्ट के आदेश पर 18 सितंबर 2023 को कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।मां को मृत दिखा बेच दी जमीन
पादरी बाजार दुर्गापुरम कालोनी निवासी वीर विपुल सिंह ने गाजीपुर जिले के रहने वाले आकाश गिरी के खिलाफ धारा 419, 420,467, 468,471, 406,218,506,120 बी के तहत शाहपुर में केस दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि आकाश ने अपनी मां के जीवित होने के बाद भी उन्हें मृत दिखा कर फर्जी कागजात के आधार पर उन्हें एक जमीन रजिस्ट्री कर दी। भू माफिया पर हुई बड़ी कार्रवाईभू माफिया संपत्ति जब्तजवाहर यादव 4 अरब 50 लाखओमप्रकाश पाण्डेय 107 करोड़भृगनाथ सिंह 8.5 करोड़रामगोपाल यादव 1 अरब
जमीन खरीदते समय अच्छे से उसकी जांच जरूर करें। ब्रोकरों के चक्कर में ना पड़ें। खुद जाकर सारे कागजों की जांच जो भी उससे संबंधित विभाग हैं, वहां से जांच कराएं। ऐसे जो भी मामले आते हैं, उनकी जांच कराई जाती है। जमीन का फर्जीवाड़ा करवाने वालों के नाम भू माफिया लिस्ट में डालने के लिए प्रशासन को भेजा जाता है।कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी