'आपके लड़के को बलत्कार के केस में पकड़ा है पैसे भेजो वरना काउंटर करने जा रहा हूं...Ó 'आपके लड़के का एक्सीडेंट हो गया है तुरंत पैसे भेजो इलाज कराना है...Ó. इन दिनों ऐसी ही डरा देने वाली सूचना शहरवासियों को मोबाइल के माध्यम से मिल रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। कुछ लोगों ने तो ऐसी कॉल के चक्कर में फंसकर लाखों रुपए भी गंवा दिए हैं। साइबर थाने में डेली 2 से 3 ऐसी शिकायतें आ रही हैं। साइबर थाने की पुलिस का कहना है कि जालसाजों ने फ्रॉड करने का नया तरीका निकाला है। पब्लिक को ऐसी कॉल से बचना चाहिए। सीनियर सिटीजन और महिलाएं शिकारसाइबर थाने के एसआई उपेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि जालसाज हमेशा नए-नए तरीके जालसाजी के लिए निकालते रहते हैं। इन दिनों ऐसे लोग, जिनके घर का सदस्य बाहर नौकरी करता है या किसी काम से बाहर गया हुआ है, उनके बुजुर्ग गार्जियन पुरूष या महिला को कॉल कर जालसाज झांसे में ले रहे हैं। जालसाज कर रहे इंटरनेट कॉल


एसआई उपेन्द्र ने बताया कि जालसाज इंटरनेट कॉल कर रहे हैं। जिनके नंबर की शुरूआत +48,45 से होती है। ऐसी कॉल या कोई भी अंजान कॉलर की बातों में लोगों को आने की जरूरत नहीं है। ऐसी कॉल की सूचना पब्लिक साइबर थाने पर दे सकती है। हाल-फिलहाल में आई कंपलेनरिटायर्ड जज ने दे दिए 10 लाख

सिविल लाइन एरिया निवासी रिटायर्ड जज का लड़का दिल्ली में जॉब करता है। उनके पास कॉल आई, कॉलर ने बोला कि उनके बेटे को बलत्कार के केस में पकड़ लिया है और एनकाउंटर करने जा रहा हूं। अगर जान बचानी है तो पैसे भेजो। रिटायर्ड जज ने जब बेटे को कॉल की तो उनका फोन भी नहीं लगा। तब बेटे को बचाने के लिए रिटायर्ड जज ने दस लाख रुपए कॉलर के खाते में भेज दिए। बाद में पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है। उन्होंने साइबर थाने में कंप्लेन दर्ज कराई है। पैसे कम थे इसलिए बच गएराप्तीनगर निवासी 84 वर्षीय वीरेंद्र सिंह के पास कॉल आई कि उनका बेटा बलत्कार के केस में सदर थाना गोरखपुर में पकड़ा गया है। उसका एनकांउटर होने जा रहा है। पैसे भेजो नहीं तो शाम तक बेटे की जान चली जाएगी। घबराए वीरेंद्र के पास पैसे कम थे, इसलिए उनके साथ फ्रॉड होने से बच गया। उन्होंने इसकी सूचना साइबर थाने पर दी।फोन आया तो बढ़ गया ब्लड प्रेशरसहजनवां निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग का लड़का नोएडा मे काम करता है। उन्हें भी कॉलर ने कॉल कर बेटे के एक्सीडेंट होने की सूचना दी। जिसके बाद उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया। उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। परिवार के लोगों ने साइबर थाने में इसकी कंपलेन की.हेल्पलाइन नंबर - 1930

पिछले कुछ दिनों से रोजाना ऐसी शिकायतें आ रही हैं। इस तरह की कॉल से कई लोग पैनिक कर जा रहे हैं। अधिकतर बुजुर्ग लोगों को ऐसी कॉल आ रही है, जिनके लड़के बाहर नौकरी कर रहे हैं। पब्लिक को ऐसी कॉल से बचना होगा।- उपेन्द्र कुमार सिंह, एसआई, साइबर अपराध थाना

Posted By: Inextlive