गोरखपुराइट्स के लिए गुड न्यूज है. जंगल कौडिय़ा से जगदीशपुर तक 26 किलोमीटर फोरलेन काम के लिए रास्ता साफ हो गया है. नए साल में निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा. इसके लिए एनएचएआई ने शनिवार को अंतिम विज्ञापन जारी कर दिया है. इस फोरलेन के लिए जमीन अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है. अब जल्द ही टेंडर निकालने की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी. एनएचएआई भूमि अधिग्रहण के लिए 1200 करोड़ रुपए खर्च कर चुका है. जंगल कौडिय़ा-जगदीशपुर फोरलेन के बन जाने से न सिर्फ यातायात की सुविधा अच्छी हो जाएगी बल्कि शहर के उत्तरी क्षेत्र में जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी.


गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर में चल रहे डेलवमेंट की कड़ी में जंगल कौडिय़ा-जगदीशपुर फोरलेन के लिए कवायद शुरु कर दी गई है। एनएचएआई द्वारा बैजनाथपुर, बालापार, बनगाई, बनकटिया खुर्द, इटहिया, बेलवा रायपुर, बूडाडीह, जंगल औराही, जंगल अहमद अली शाह, कैथवलिय, करमहा, कोनी, महमूदाबाद उर्फ मोगलपुरा, मठिया, मानीराम, मौला खोर, नैयापार खुर्द, नारायन पुर दोयम, परसिया, रहमदनगर, रमवापुर, रसूलपुर, सराय गुलरिया, सिहोरिया, सोनराइच और ताल जहदा में जमीन का अधिग्रहण का काम होगा। जो 82 किमी लंबा होगा। 37 किलोमीटर हो चुका है फोरलेन का निर्माण
गोरखपुर-लखनऊ मार्ग पर कालेसर से लेकर जगदीशपुर तक 37 किमी फोरलेन बन चुका है। वहीं कालेसर से जंगल कौडि़य़ा तक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 537 करोड़ रुपए की लागत से 17.66 किमी बाईपास का निर्माण किया है। अब जंगल कौडिय़ा से लेकर जगदीशपुर तक 25 किमी फोरलेन बनने के साथ ही गोरखपुर का करीब 81 किमी लंबा रिंग रोड पूरा हो जाएगा। रिंग रोड के वजूद में आने के बाद बिहार, कोलकाता, लखनऊ से लेकर वाराणसी की तरफ आने और जाने वाली गाडय़िों को शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। इससे ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। रिंग रोड बनने से आईएसबीटी का सपना भी साकार होगा।

Posted By: Inextlive