अभी तक पति-पत्नी सास-ससुर और देवर-भाभी के बीच होने वाली तू-तू-मैं-मैं से लेकर छोटे-छोटे विवाद परिवार टूटने का कारण बनते थे लेकिन अब पति-पत्नी के सात जन्मों के बंधन में सोशल मीडिया दरार डालने लगा है.

गोरखपुर: फेसबुक और वाट्सएप पर व्यस्तता की वजह से पति-पत्नी में कलह होने लगी है। यह मामले ज्यादातर काउंसलर के पास पहुंच रहे हैं। महिला थाना परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर की ओर से मामले का निपटरा कराया जा रहा है। इस समय महिला थाना में एक माह में लगभग 50 और परिवार परामर्श केंद्र में पर डे लगभग 15 मामले पहुंच रहे हैं।

पति रहता है व्यस्त


काउंसलर की मानें तो मोबाइल पर व्यस्त रहने के साथ लंबे समय तक फेसबुक और वाट्सएप चलाने के कारण पति-पत्नी में दूरियां बन रही हैं। इन शिकायतों में सोशल मीडिया पति-पत्नी के बीच विवाद की वजह बना है। इससे परेशान होकर लोग काउंसलर के पास पहुंच रहे हैं। एक महिला काउंसलर के पास पहुंची और बताया कि पति के सोशल मीडिया में व्यस्त रहने के कारण परिवार टूट रहा है।

अब पति से है अलग


झगड़ा होने के कारण वह अब पति से अलग रह रही है। उनके दो ब'चे भी हैं। पति या तो देर शाम घर लौटता है या कई बार लौटता भी नहीं हैं। पति उसे समय नहीं दे पा रहा है। पति ने बताया कि ऑफिस के कामकाज के चलते वह मोबाइल पर व्यस्त रहता है। काउंसलिंग के दौरान पति ने विश्वास दिलाया कि वह पत्नी को भी समय देगा। इस शर्त पर पत्नी अपने पति के साथ रहने के लिए मानी।

नहीं दे रहा तवज्जो


एक पीडि़त महिला ने बताया कि फेसबुक पर उसकी एक युवक से दोस्ती हुई। इसके बाद उसने शादी कर ली। अब पति उसको कम सोशल मीडिया को ज्यादा तवज्जो दे रहा है। दिनभर पति ऑनलाइन वाट्सएप एवं मोबाइल चलाता है। ऐसे में एक-दूसरे को समय देने के बजाय चैटिंग में लगातार व्यस्त रहने के कारण दांपत्य जीवन बिखर गया है।

परामर्श केंद्र ने जोड़ा


महिला थाना स्थित परिवार परामर्श केंद्र में आये दिन पति-पत्नी के बीच विवाद के मामले आ रहे हैं। काउंसलिंग के जरिए पति-पत्नी के बीच मनमुटाव को खत्म किया जा रहा है। पति व पत्नी व उनके परिवार वालों को समझा बुझाकर फिर से एक किया जा रहा है। यही नहीं पति-पत्नी अपनी सारी जिम्मेदारी एक साथ मिलकर निभाने का वाद भी कर रहे हैं। इसमें काउंसलर अमन सिंह, डॉ। विकास मणि त्रिपाठी, अनवीश चौधरी, केंद्र प्रभारी राजकुमारी शुक्ला, रेनू उपाध्याय, अनीता यादव की भूमिका सराहनीय है।

महिला थाना और परिवार परामर्श केंद्र पर पति-पत्नी के बीच झगड़े के मामले आते हैं। काउसलिंग के जरिए सुलह समझौता करवाकर हंसी खुशी विदा किया जाता है। हफ्ते में दो दिन काउसलिंग होती है।
प्रभा, एसएचओ, महिला थाना प्रभारी

पति-पत्नी के रिश्ते टूटने की एक अहम कड़ी सोशल मीडिया भी है। इसलिए दोनों के बीच कड़ी टूट जाती है। ऐसे में दोनों के बीच कुछ मननमुटाव हो सकते हैं। जिन्हें उन्हें खुद ही सुलझाना पड़ता है। दोनों को बुलाकर समझाया जाता है। इसके साथ ही एक-दूसरे की कमियों को अपनाकर साथ रहने की सलाह दी जाती है। समय-समय पर फीडबैक के लिए बुलाया जाता है।
अवनीश चौधरी, काउंसलर

Posted By: Inextlive