दिल का दिल से ख्याल रखिए वरना इन दिनों दिल जल्दी ही धोखा दे जा रहा है. अगर गोरखपुर की बात करें तो यहां दस महीने के अंदर जनवरी से अक्टूबर तक 1370 लोगों को दिल का दौरा पड़ा है. यह संख्या उन मरीजों की है जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया था. यहां से इन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज और हायर सेंटर रेफर किया गया. यदि इसमें प्राइवेट हॉस्पिटल्स का आंकड़ा भी एड हो जाए तो ये संख्या तीन गुनी तक हो सकती है.

गोरखपुर: परेशान करने वाली बात यह है कि 20-20 साल के युवकों की बाइपास सर्जरी और एंजियोग्राफी हुई है। अगर 108 एंबुलेंस द्वारा पिछले दस महीनों के जारी आंकड़ों को देखें तो पता चलेगा कि हार्ट अटैक के 1370 मरीजों को जिला अस्पताल और बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जबकि इस अवधि में ही काफी मरीज सीधे निजी अस्पतालों में पहुंचे। इनमें भी सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की है।

365
जिले में मेड केयर, मेडिकल सर्विसेज
04
जिले गोरखपुर में कुल एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस
1370
माह जनवरी से माह अक्टूबर तक कुल सेवा प्राप्त मरीज
690
मेडिकल कॉलेज से हायर सेंटर (पीजीआई, आरएमएल, बीएचयू) रेफर हुए मरीज
माह मरीज की संख्या
जनवरी 139
फरवरी 140
मार्च 137
अप्रैल 133
मई 141
जून 132
जुलाई 138
अगस्त 142
सितंबर 127
अक्टूबर 141
नवंबर में अब तक मरीजों की सख्या= 59

ऐसे रख सकते हैं दिल का ख्याल


- स्वस्थ, संतुलित आहार का सेवन करें
- हरी सब्जियां, फल, मछली को अपने आहार में शामिल करें
- धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से बचें
- अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर के स्तर और कोलेस्ट्रॉल को नियमित रखें

वसा और कोलेस्ट्राल से धमनियां बंद हो जाने से दिल का दौरा पड़ता है। हर माह 100 से 150 हार्ट अटैक मरीज आ रहे हैं। दो सालों में संख्या और भी ज्यादा बढ़ी है। इसके पीछे तनाव, चिंता और खानपान सही न होना कारण है। इनमें से कई मरीजों की एंजियोग्राफी भी करनी पड़ती हे। साथ ही वाईपास सर्जरी की भी नौबत आ जाती है। युवाओं से लेकर बुजुर्ग हार्ट अटैक की जद में आ रहे हैं।
डॉ। आरके गुप्ता, कार्डियोलॉजिस्ट

जिले में हार्ट के मरीजों की संख्या बढ़ी है। 108 एंबुलेंस से जनवरी से अक्टूबर तक 1370 से अधिक हार्ट के मरीज को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। एंबुलेंस में बेहतर सुविधा होना भी मरीज की जान बचने का मुख्य कारण है। इमरजेंसी सेवा में मरीजों को लेकर पहुंचे मरीजो को समय से इलाज मिलने के कारण उनकी जान बचाई जा सकी।
शालीन सिंह, मंडल प्रभारी, एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा

अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में आने वाले हार्ट के मरीजों का प्राथमिक इलाज कर उन्हें हायर सेंटर या मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाता है। लोगों को अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए।
डॉ। आशुतोष दुबे, सीएमओ

Posted By: Inextlive