यह 420 हैं. इससे बचके रहिए उसने मेरे साथ 420 की है. बदमाशों और धोखाधड़ी के लिए कुख्यात व्यक्ति के लिए लंबे समय से ये शब्द से इस्तेमाल होता रहा है


गोरखपुर (ब्यूरो)। लेकिन धोखाधड़ी के बदनाम आईपीसी की धारा 420 एक जुलाई से बदल जाएगी। इसकी जगह लेगी भारतीय नागरिक सुरक्षा यानी बीएनएस की 316 धारा। यानी धोखाधड़ी, बेईमानी, चीटिंग करने पर अब श्रीमान 316 जैसी उपाधि मिलेगी। 164 साल पुरानी आईपीसी की धारा 420 फिल्मों में भी प्रचलन में है। राजकपूर की श्री 420 और चाची 420 जैसी फिल्में इन्हीं के नाम की वजह से चर्चा में थी, बताया जा रहा है कि एक जुलाई से लागू हो रही भारतीय न्याय संहिता में अंग्रेजों के समय के कानूनों को खत्म करते हुए वर्तमान की जरूरतों के हिसाब से नई न्याय संहिता लागू हो रही है। इसका लाभ पक्षकारों को मिलेगा। ये धाराएं भी बदली हत्या- आईपीसी की 302 धारा की जगह धारा 101 अवैध जमावड़ा-आईपीसी में धारा 144 की जगह धारा 187-मानहानि-आईपीसी की धारा 499 की जगह धारा 354


-दुष्कर्म-आईपीसी की धारा 376 की जगह धारा 63

-राजद्रोह- आईपीसी की धारा 124-ए अब धारा 150 एक जुलाई के बाद केस नई धाराओं में रजिस्टर्ड होंगे। वर्षो पुरानी धारा 420 जो ठगी और बेईमानी का पर्याय बन चुकी थी। अब 316 हो जाएगी। उलाहना देने के लिए अब लोग श्रीमान 316 या ठग 316 कहेंगे। डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी गोरखपुर

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