Gorakhpur News: सेंसर और नाइटविजन कैमरे से दुर्घटनाओं पर लगेगा ब्रेक
गोरखपुर: पिछले महीने हुई कमिश्नर की अध्यक्षता में आरटीए की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें सबसे पहले ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करना और सुधारात्मक कार्य करना है। इसके अलावा सभी हाईवे पर स्पीड कंट्रोल सिस्टम लगाए जाएंगे, गोरखपुर-लखनऊ हाइवे, गोरखपुर-वाराणसी हाईवे, गोरखपुर देवरिया हाईवे, गोरखपुर कुशीनगर हाईवे, गोरखपुर-सोनौली हाईवे आदि इसमें शामिल हैँ। खराब मौसम के दौरान एनएचएआई हाईवे पर जगह-जगह सेंसर लगाएगा। जिसके जरिए अगर कोई वाहन रास्ते में खराब होने के कारण खड़ा होगा तो एनएचएआई को जानकारी हो जाएगी। ऑफिस में अलार्म ऑटोमेटिक वार्निंग देने लगेगा। अलार्म का कंट्रोलिंग सिस्टम एनएचएआई या पीआरवी के पास होगा। वहीं किसी वजह से गाड़ी रोकने पर डॉयल 112 या 1339 पर जानकरी देनी होगी। बिना जानकारी दिए हाईवे पर गाड़ी खड़ी करने पर जुर्माना देना होगा।
रम्गल स्ट्रिप नींद से जगाएगी
ड्राइवर को अलर्ट करने के लिए मल्टी रम्बलस्ट्रिप हर 300 मीटर पर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि नींद के दौरान गाड़ी मल्टी रम्बल स्ट्रिप से निकलने के दौरान डिस्टर्ब करेगी और आवाज बदल जाएगी। वहीं, गोरखपुर से लखनऊ हाईवे के 35 किलोमीटर में 20 नाइट विजन कैमरे लगवाए गए हैं। इसके अलावा अन्य हाईवे पर कैमरे लगाए जाएंगे। लाइट व्हीकल के लिए स्पीड 70 कर दी गई है। हैवी व्हीकल 40 से 60 की रफ्तार में चलेंगे।
हाईवे पर कोहरे के दौरान रात 9 बजे से सुबह 7 बजे तक पब्लिक व्हीकल जैसे ऑटो, टैम्पो, ई-रिक्शा का आवागमन बंद रहेगा। दरअसल कोहरे के दौरान हैवी व्हीकल ड्राइवर्स को छोटे वाहन नहीं दिखते हैं और ये वाहन हादसे का शिकार हो जाते हैं। हाईवे पर कई हादसे ऐसेहुए हैं, जिनमें पब्लिक व्हीकल में सवार लोगों की मौतें हो चुकी हैं। व्हाइट पट्टी बनाने व रिफ्लेक्टर लगाए का निर्देश
संबंधित विभागों हाईवे पर खराब सड़कों की मरम्मत करेगी और टोल प्लाजा से ओवरलोड व्हीकल्स नहीं निकलने दिए जाएंगे। दरअसल ओवरलोड व्हीकल की वजह से सड़कों पर नालियां बन गई हैं, जिसकी वजह से हादसे हो रहे हैं। दिसंबर के पहले वीक में कोहरा तेजी से पडऩे की संभावना है। लिहाजा पूरे हाइवे को दुरूस्त करवाया जाए। इतना ही नहीं व्हाइट पट्टी बनाने और रिफलेक्टर लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। हादसे रोकने के लिए ये ाम भी
-नींद से जगाने के लिए हर 300 मी। पर रम्बलस्ट्रिप
-गोरखपुर-लखनऊ हाईवे के 35 किमी में 20 नाइट विजन कैमरे
-हैवी व्हीकल के लिए अधिकतम स्पीड 60 किमी प्रति घंटा
-एनएचएआई की गाड़ी हाईवे पर पेट्रोलिंग भी करेगी
-रात को ऑटो, टैम्पो जैसे व्हीकल चलाने पर रोक लगाई
-फॉग में दिशा सही रखने को सफेद पट्टी बनाने और रिफलेक्टर लगाने के आदेश जारी
-हाइवे पर हर 200 मीटर पर पोल में डिवाइस लगाई जाएगी।
-डिवाइस डॉयल-112 और एनएच कंट्रोल रूम से जुड़ेगी
-बिना जानकारी कोई वाहन खड़ा करेगा तो अलार्म बज जाएगा
-कुछ ही देर में क्रेन और हाइवे पर पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंचेगी
-व्हीकल को तत्काल वहां से हटवाने के साथ-साथ चालान भी होगा
-ओवर स्पीड का चालान आपके मोबाइल फोन पर पहुंच जाएगा।
एक नजर हादसे
वर्ष हादसे घायल मौतें
2021 550 350 255
2022 965 627 210
2023 935 650 374
2024 901 665 345
कोट
पिछले दिनों हुई बैठक में हर बिन्दुओं पर चर्चा की गई थी। हाइवे पर होने वाले दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अत्याधुनिक सिस्टम लगाए जाएंगे, जो सेंसर युक्त होगा। ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य किए गए हैं। ताकि ओवरस्पीड वाहनों पर कार्रवाई हो सके। इसके अलावा सफेद पट्टी के साथ रिफलेक्टर भी लगाए गए हैं।
ललीत प्रताप पाल, प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर एनएचएआई गोरखपुर