गोरखपुर में ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य के लिए आरटीए की बैठकें होती ही रहीं. 12 ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य तो नहीं हुई पर 4 ब्लैक स्पॉट जरूर बढ़ गए. प्रशासन और विभागों की खानापूर्ति के कारण सड़क सुरक्षा की कवायद कागजों से बाहर नहीं आ पा रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इन ब्लैक स्पॉट पर अक्सर हादसे होते हैं और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। इसके बावजूद भी विभाग मौन धारण किए हुए हैं। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक 2 दिसंबर 2022 को डीएम की अध्यक्षता में हुई थी। पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई को सुधारात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य मार्ग और अन्य सड़कों के किनारे पेंटेड लेन मार्किंग, सांकेतिक चिह्न, डिवाइडर आदि कार्य किए जाने थे। विभाग ने कुछ सड़कों का सर्वे कर 12 की जगह चार और ब्लैक स्पॉट चिहिन्त किए हैं, जहां पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। हालांकि, सुधारात्मक कार्यवाही के लिए अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं। पूर्व निर्धारित ब्लैक स्पॉट नौसढ़कालेसरबोक्टादाना-पानी सहजनवांभीटी-रावत सहजनवां कसरौलकसिहार बगहाबीर मंदिरमरचाहे कुटीरावतगंजफुटहवा ईनारनिबिहवा ढालाचौमुखा कैंपियरगंजनये ब्लैक स्पॉट कोनीमहावनखोररामनगर कडज़हां मोतीराम अड््रडा
ब्लैक स्पॉट पर सुधारात्मक कार्य के लिए बजट की डिमांड की गई है। हालांकि अपने स्तर से कई जगहों पर कार्य कराए गए हैं। बजट मिलते ही अन्य मार्गों पर कार्य कराए जाएंगे। अरविंद कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी

Posted By: Inextlive