सिटी की सड़कों पर जिधर निकल जाइए उधर आपको गड्ढे ही गड्ढे नजर आएंगे. ये गड्ढे गोरखपुराइट्स के लिए मुसीबत बने हुए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने त्योहार से पहले सभी सड़कों को गड््ढा मुक्त करने के लिए पीडब्लयूडी और नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों को निर्देश दिए थे. इसकी डेटलाइन 10 अक्टूबर तक थी लेकिन समय बीतने के बाद भी सड़कों को दुरूस्त नहीं किया जा सका है.

गोरखपुर: सड़क पर बने गड्ढों की वजह से गाडियां खराब हो रही हैं। वहीं, बीमारियां भी दे रही हैं। इन गड््ढों को भरने के लिए नगर निगम और पीडब्ल्यूडी विभाग को जिम्मेदारी दी गई थी। काली मंदिर से असुरन जाने वाले ओवर ब्रिज पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। इसकी वजह से लोग परेशान होते हैं।

नहीं निकल रहा हल
तिवारी हाता स्थित हनुमान मंदिर, गणेश चौक, सिविल लाइंस, बिछिया एरिया से सैकड़ों की संख्या में लोग गुजरते हैं। इस सड़क से राहगीर और बच्चे भी आते जाते हैं। सड़क पर जगह-जगह बने गड््ढों की वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके लिए कई बार शिकायत भी की गई है, लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है। ऐसे में हालात जस के तस बने हुए हैं।

ये है वीआईपी सड़क
सिविल लाइंस वीआईपी सड़क है। इन टूटी और गड्ढे वाली सड़कों से लगभग डेली अफसर आते जाते हैं। इसके बाद भी किसी का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। हालांकि वीआईपी मूवमेंट के दौरान इन सड़कों के जख्मों पर मरहम लगा दिया जाता है, यानी पैचवर्क कर दिया जाता है, कुछ ही दिनों में पैचवर्क उखड़ जाता है और गोरखपुराइट्स को जख्मी करने लगते हैं। चिंता वाली बात ये है कि कंप्लेन के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है।

सड़क हो चुकी खराब
धर्मशाला ओवर ब्रिज पर बीच-बीच में सड़क पूरी तरह से उखड़ कर खराब हो चुकी है। इसके साथ ही बिछिया एरिया के सड़कों के चारों तरफ गड्ढे ही गड्ढे हैं। ये गड्ढे आए दिन हादसों का करण बनते हैं। इसी तरह तिवारी हाता हनुमान मंदिर मुख्य मार्ग पर गड्ढे बने हैं जो अफसरों को मुंह चिढ़ा रहे हैं।

रात में अक्सर लाइट नहीं होती है, जिसकी वजह से अंधेरे में टू व्हीलर, फोर व्हीलर और साइकिल सवार सड़क पर गिरकर चोटिल होते हैं।
मुकेश शाही

बारिश के दौरान सड़क पर जलभराव में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। गड्ढो में भरे पानी से निकलना मुश्किल होता है।
सत्यम कुमार

सड़क पर बने गड्ढे में गिर कर राहगीर घायल होते हैं। हर बार जिम्मेदार अफसर गड््ढा मुक्त सड़क का दावा करते हैं। इसके बावजूद भी सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हैं।
विनीत राय

टू व्हीलर से जब भी असुरन से काली मंदिर के लिए आता हूं। ओवर ब्रिज पर बने गड्ढों से दिक्कत होती है। क्योंकि सड़क पर गड्ढो में पैर पडऩे से अक्सर लोगों को मोच आ जाती है।
पकंज दूबे

Posted By: Inextlive