Gorakhpur News : बिना वैक्सीन के ही रेगुलर इम्युनाइजेशन ड्राइव, न्यूमोकोकल वैक्सीनेशन के लिए पहुंच रहे लोगों को आना पड़ रहा है वापस
गोरखपुर (ब्यूरो)।किसी भी बूथ पर पीसीवी अवेलबल नहीं है, जिसकी वजह से लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है। जिम्मेदारों का कहना है कि वैक्सीन की डिमांड भेजी गई है, जल्द ही यह आ जाएगी। हेल्थ डिपार्टमेंट जनवरी व फरवरी माह में वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहा है।9-12 को लगती है पहली डोज
वैक्सीन की बात करें तो यह नौ से 12 माह में पहली डोज और 16 से 24 माह में पीसीवी की दूसरी डोज लगाई जाती है, लेकिन वैक्सीन न होने के कारण पीएचसी-सीएचसी पर आने वाली महिलाएं और बच्चे वापस लौट रहे हैैं। जब भी वैक्सीनेशन के लिए लाभार्थी बूथों तक पहुंच रहे हैैं, उन्हें वैक्सीन की शार्टेज कहकर वापस कर दिया जा रहा है। दाउदपुर से आई निवेदिता बताती हैैं कि अपने बच्चे को वैक्सीन लगवाने के लिए वह सुबह 10.30 बजे जिला महिला अस्पताल में पहुंची थी, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की बात कहते हुए वापस कर दिया गया। पीसीवी लगाना बहुत जरूरी
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एनके कुशवाहा बताते हैैं कि वैक्सीन की डिमांड भेजी गई है, लेकिन अभी तक वैक्सीन नहीं आई है। वहीं बालरोग विशेषज्ञ डॉ। राजेश कुमार बताते हैैं कि बदलते मौसम में निमोनिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। निमोनिया सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है, इसलिए बच्चों को पीसीवी का इंजेक्शन लगना जरूरी है। वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। भूपेंद्र सिंह बताते हैं निमोनिया से बचाने के लिए बच्चों को न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) लगाई जाती है। यह वैक्सीन नियमित टीकाकरण में शामिल है। यह वैक्सीन बच्चों को निमोनिया के साथ ही कोविड के खतरे से बचाने में सहायक साबित होती है।13 फरवरी की स्पेशल माइक्रो प्लान वैक्सीनेशन ड्राइव - - कुल ब्लॉक की संख्या - 20 - नंबर ऑफ सेशन प्लांड - 978 - नंबर ऑफ सेशन हेल्ड - 942 - नंबर ऑफ चिल्ड्रेन वैक्सीनेटेड - 3978- बीसीजी का टीका लगा - 862 - पेंटा 1 का टीका लगा - 1019- पेंटा टू का टीका लगा - 1208- पेंटा थ्री का टीका लगा - 1110- एमआर 1 - 1048- एफआईपीवी 3 - 993- एमआर 2 - 1205- डीपीटी -बी-1 - 1167- डीपीटी -बी-2 - 1090 हमारे ट्विंस बेबी हैैं, इन्हें प्रॉपर वैक्सीनेशन करवाती हूं, हुमायूंपुर पीएचसी पर वैक्सीनेशन के लिए गई थी, लेकिन घंटों इंतजार करवाने के बाद वैक्सीन खत्म होने की बात कहकर लौटा दिया गया। सुमन शुक्ला, वर्किंग लेडी
बच्चे को लेकर जिला महिला अस्पताल गई थी, लेकिन वहां वैक्सीन नहीं होने के कारण लौट आई। जबकि मुख्यालय है, यहां वैक्सीन होनी चाहिए। प्राइवेट में जाकर वैक्सीन लगवाई है। यामिनी साहनी, हाउस वाइफपीसीवी वैक्सीन की शॉर्टेज है, इसकी डिमांड भेजी गई है, यह बहुत जल्द आ जाएगी। इसके लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है। वैक्सीनेशन से वंचित नहीं होने दिया जाएगा।- डॉ। एनके कुशवाहा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी