सिटी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के कारण तीन दिनों से हो रही बारिश ने शनिवार को पिछले 95 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. बीते 24 घंटे में जिले में 168.1 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है. यह सितंबर में वर्ष 1930 के बाद सर्वाधिक बारिश है. इस बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

गोरखपुर: बारिश के बीच जिले की कई सड़कें पानी से लबालब दिखीं तो कई इलाकों में घरों-दुकानों के अंदर तक पानी पहुंच गया इससे लोगों को दुश्वारियां झेलनी पड़ी।

चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय


गोरखपुर और आसपास जिलों में बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर से चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इसके चलते बृहस्पतिवार से ही गोरखपुर में गहरे काले बादल छाए हुए हैं। बृहस्पतिवार को शाम तक 7.8 मिली मीटर बारिश हुई थी। शुक्रवार की शाम तक जिले में करीब 100.2 मिली मीटर बारिश हुई थी। शनिवार को बारिश ने राहत नहीं दी। शनिवार की रात भर बारिश हुई है। जो दोपहर तक होती रही। शनिवार की शाम 5 बजे तक मौसम विभाग ने 24 घंटे में 168.1 मिली मीटर बारिश का होने का रिकॉर्ड जारी किया है। इससे पहले वर्ष 2007 में 26 सितंबर को 24 घंटे में 149.1 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

तीन दिन में 276 एमएम


मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले तीन दिनों में करीब 276 मिली मीटर बारिश हो चुकी है। जबकि सितंबर को मानसून सीजन के समाप्ति का महीना माना जाता है। इस महीने में औसतन 178 मिमी बारिश ही होती है।

घरों में घुसा पानी


सिटी में दो दिनों में 250 एमएम से अधिक हुई बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी। सिटी की प्रमुख सड़कों के अलावा कालोनियों की गलियां देर शाम तक डूबी रहीं। तमाम घरों में पानी प्रवेश कर गया जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। 80 से अधिक पंप और संपवेल चलाए जाने के बाद भी सिटी के तमाम हिस्सों में घंटों जलभराव की समस्या बनी रही। मेयर डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव ङ्क्षसह सोगरवाल के नेतृत्व में नगर निगम की टीम सड़कों पर दौड़ती रहीं।

लोगों को मुश्किलें


सिटी के रुस्तमपुर, देवरिया बाईपास, शाहपुर, राप्तीनगर, बसारतपुर, पैडलेगंज, छात्रसंघ, फिराक गोरखपुरी चौराहा, खजांची, विष्णुपुरम, टाउनहाल, बैंक रोड, विजय चौक, सुमेर सागर, बक्शीपुर, घोषकंपनी, अलीनगर, रेती रोड, घंटाघर, पांडेयहाता आदि एरिया की सड़कें पानी से डूब गईं। भरवलिया से लेकर आजाद चौक निर्माणाधीन नाले की वजह से साकेत नगर, चिलमापुर, भरवलिया, राधाकृष्ण मैरेज हाल में शाम तक जलभराव रहा। खोराबार के खाले टोला, रानीडीहा, नंदानगर में गोकुलपुरम, सैनिक कुंज के लोग भी जलभराव से परेशान हुए। ङ्क्षसघडिय़ा के वसुंधरानगर, स्वर्ण सिटी, प्रज्ञापुरम, कमलेश्वरपुरम, गोरक्षनगर, श्रवण नगर सरीखी नई कालोनियों में घंटों जलभराव बना रहा।

सर्विस लेन डूबी


देवरिया बाईपास फोरलन के दोनों तरफ के सर्विस लेन और कोलोनियों की सड़कों पर शनिवार की देर शाम तक जलभराव दिखा। यहां से गुजरने वाला नाला सुबह ही ओवरफ्लो हो चुका था। बुद्ध नगर, आजाद नगर पूर्वी, सिद्धार्थनगर, विवेकपुरम, भरवलिया, बुद्ध विहार ए, बी, सी, गौतम विहार विस्तार, गौतम विहार में बारिश का पानी देर शाम तक लगा रहा। वसुंधरा के सामने भी करीब एक फीट तक पानी लगा रहा।

फंस गए वाहन


भारी बारिश से धर्मशाला अंडरपास सुबह तक आधा डूब गया। गहराई की जानकारी न होने से शुक्रवार की देर रात इसमें कुछ वाहन भी फंस गए। कोई बड़ी दुर्घटना न हो इसलिए शनिवार की सुबह वहां एहतियातन पुलिस तैनात की गई।

जिला अस्पताल में पानी


शुक्रवार की रात से हो रही मुसलाधार बारिश के कारण शनिवार की सुबह अस्पताल में हर तरफ पानी ही दिखा। शनिवार की सुबह भींगते हुए इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को कहीं बैठने तक का इंतजाम नहीं मिला। ओपीडी पर्चा काउंटर के कमरों में पानी घुस गया था।

सितंबर महीने में इतनी बारिश पहले कभी नहीं देखी थी। जलजमाव के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मुन्ना ठकुराई

अत्यधिक बारिश होने के कारण कॉलेज नहीं जा सका। कालोनी में जलजमाव से घर से निकलने की स्थिति नहीं थी।
विशाल कुमार

वीआईपी सड़कों को छोड़ दें तो सभी जगहों पर जल जमाव का सामना करना पड़ा। पहली बार बारिश ने इतना परेशान किया।
अनुराग पांडेय

बारिश के साथ ही बिजली ने परेशान किया। दिनभर बिजली आती-जाती रही। बारिश से काम-काज प्रभावित हुआ।
मृतुंजय ठाकुर

Posted By: Inextlive