गोरखपुर पुलिस करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाली एनजीओ संचालिका आफरीन बानो को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. बीते सोमवार को इसी एनजीओ संचालिका को महाराजगंज से पकड़कर राजघाट थाने को सौंपा था.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके बाद पीडि़त महिलाओं पर भी पुलिस ने केस दर्ज कराया था। संचालिका को पकडऩे के बाद पुलिस लाइंस में एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर राजघाट इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने पुलिस टीम के साथ टीपी नगर से अभियुक्ता आफरीन बानो को गिरफ्तार किया है। 8 करोड़ 35 लाख का बकायाएसपी सिटी ने बताया कि एनजीओ संचालिका समेत तीनों आरोपियों ने एनजीओ के जरिए आजमगढ़, बलिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज समेत कई जिलों में अपना जाल फैला रखा है। करीब 33 हजार लोगों का 8 करोड़ 35 लाख रुपए एनजीओ पर बकाया है। एनजीओ संचालिका समेत तीन पर पहले केवल अमानत में खयानत धारा 406 में मुकदमा दर्ज था। अब पुलिस ने एनजीओ का संचालन करने वाले तीनों आरोपियों पर 409, 420, 504 और 506 की धारा और बढ़ा दी है। मिर्जापुर में एक घर में खोला था दफ्तर


राजघाट इलाके के मिर्जापुर की रहने वाली प्रीति वर्मा की शिकायत पर तीन पर मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रीति वर्मा ने बताया कि महाराजगंज के पड़तावल निवासी आरिफ अंसारी उर्फ रूस्तम अंसारी, अफरीन बानो और संजीव यादव ने इस्माईल 4 लाईफ वेलफेयर फाउंडेशन के नाम से मेरे घर में ऑफिस बनाया था। जमा कराई सिक्योरिटी मनी

एनजीओ में दो घंटे की जॉब के लिए 1159 सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई गई। जिसमे ढेर सारी महिलाएं सिक्योरिटी मनी जमा करके इसकी मेंबर बनी। पहले तो एनजीओ ने 4000 कहकर 3 हजार सैलरी दी। इसके बाद ये कहा कि अगले महीने से 2000 मिलेगी। फिर अगले महीने ये कहा कि अब 1000 ही मिलेगा। हम लोगों ने उससे सिक्योरिटी मनी वापस मांगी, तबसे एनजीओ संचालक फरार हो गए। पुलिस ऑफिस गेट पर किया प्रदर्शनएनजीओ की शिकार महिलाओं पर महाराजगंज में किडनैप का मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ऑफिस पर भी इसके विरोध में प्रदर्शन हुआ। करीब 40-50 महिलाएं मंगलवार को पहले थाने पर पहुंचकर थाने का घेराव कर हंगामा करने लगीं। किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस किया। इसके बाद वे महिलाएं पुलिस ऑफिस भी आई थीं।

Posted By: Inextlive